14-01-2015, 04:59 PM | #1 |
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दागी नेता
मैंने सपाट स्वर में कहा- ‘‘ज्योतिष जानने का मतलब यह नहीं होता- मैं हस्तरेखा भी देख लेता हूँ।’’ नेता जी इतनी जल्दी पीछा छोड़ने वाले कहाँ थे! दाँत निकालते हुए बोले- ‘‘अरे, थोड़ा बहुत जानकारी तो होगी ही। बताइए न।’’ मैं समझ गया कि नेता जी इतनी आसानी से पीछा छोड़ने वाले नहीं। मैंने कहा- ‘‘पहले अपने बारे में कुछ बताइए।’’ लगभग दस मिनट तक चले इन्टरव्यू के पश्चात् नेता जी के बारे में यह महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हुई कि नेता जी एक साफ़ सुथरी छवि वाले नेता हैं और जन्म से एक ही पार्टी में गोंद लगाकर चिपके हुए हैं। मैंने हस्तरेखा देखने का नाटक करते हुए कहा- ‘‘आप कभी मंत्री नहीं बनेंगे।’’ नेता जी ने घबराकर पूछा- ‘‘ऐसा क्यों?’’ मैंने कहा- ‘‘क्योंकि आपकी हस्तरेखा बता रही है- आप दागी नेता नहीं हैं!’’ भविष्यवाणी सुनकर नेता जी अत्यधिक चिन्तित और विचलित हो गए और बिना धन्यवाद की फीस अदा किए वहाँ से चले गए। एक सप्ताह बाद संयोगवश फिर उसी काॅफ़ी हाउस में नेता जी से मुलाकात हो गई। मुझे देखते ही नेता जी ने अत्यधिक प्रसन्न होकर कहा- ‘‘मैं दागी नेता बन गया! अब मैं मंत्री ज़रूर बनूँगा।’’ मैंने संदेहास्पद दृष्टि से नेता जी को घूरते हुए कहा- ‘‘बड़ी अच्छी बात है- आप दागी नेता बन गए.. मगर समाचार-पत्रों में तो कुछ नहीं छपा!’’ नेता जी ने ठण्डी साँस भरते हुए कहा- ‘‘इस बारे में प्रेस में न्यूज़-रिलीज़ दिया था। किसी ने छापा ही नहीं। शहर के सभी पत्रकार दगाबाज़ हो गए हैं!’’ मैंने कहा- ‘‘चलिए छोडि़ए। यह तो बताइए- आप दागी नेता कैसे बने?’’ नेता जी ने गर्व से कुर्ते की आस्तीन ऊपर सरकाते हुए कहा- ‘‘यह देखिए- मेरी भुजा पर कितना बड़ा दाग का निशान बना है। शहर के सबसे बड़े लुहार से लोहा गर्म करवाकर इस दाग़ को बनवाया है। बड़ी तकलीफ हुई। दागी नेता बनना कितना मुश्किल काम है! अब तो मैं मंत्री बन जाऊँगा न?’’ मैंने ठण्डी साँस लिया।
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14-01-2015, 05:28 PM | #2 |
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Re: दागी नेता
रजत जी मेरा सुझाव है की आप अपने नाम से या किसी और नाम से एक सूत्र बनाए
और अपने सारे व्यंग एक स्थान पर एकत्र करें ताकि आपकी रचनाओं के मुझ जैसे मुरीद को एक जगह अपडेट मिलता रहे ...
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************************************ मेरी चित्रशाला : दिल दोस्ती प्यार ....या ... . तुमने मजबूर किया हम मजबूर हो गये ,... तुम बेवफा निकले हम मशहूर हो गये .. एक " तुम " और एक मोहब्बत तेरी, बस इन दो लफ़्ज़ों में " दुनिया " मेरी.. ************************************* |
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