View Full Version : गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकुले (Jokes)
Kumar Anil
21-11-2010, 06:49 AM
एक आदमी जूस वाले की दुकान पर गया और बोला " जूस पिलाओ, लड़ाई होने वाली है "
जूस वाला जूस पिला देता है. पर आदमी फिर से बोला " जूस पिलाओ, लड़ाई होने वाली है "
जूस वाला जूस पिला देता है. पर आदमी फिर से बोला " जूस पिलाओ, लड़ाई होने वाली है "
जूस वाला जूस पिला देता है. पर आदमी फिर से बोला " जूस पिलाओ, लड़ाई होने वाली है "
जूस वाला बोला " भाई चार गिलास जूस पी लिए अब ये तो बताओ कि लड़ाई कब होगी ?"
आदमी बोला " जब तुम जूस के पैसे मांगोगे "
इतना अच्छा मनोरंजन और फिर भी अपने को नान वेजीटेरियन कहते हैँ ।
Kumar Anil
21-11-2010, 07:45 AM
सँता - मैँने अपनी बीबी को पढ़ाया और इण्टर पास कराया फिर बी . ए. और अब एम. ए. करवा कर उसे सरकारी नौकरी भी दिलवा दी है । यार बता अब क्या करूँ ?
बँता - अबे अब तू उसकी शादी कर दे ।
Kumar Anil
21-11-2010, 08:30 AM
एक आदमी ने अपने बच्चे के लिए एक रोबोट खरीदा जो झूठ बोलने पर थप्पड़ मारता था ।एक दिन
लड़का - पापा मैँ स्कूल नहीँ जाँऊगा , मेरे पेट मेँ दर्द हो रहा है ।
रोबोट ने मारा चटाक !
पिता- देखा बेटा झूठ का नतीजा । मैँ जब बच्चा था तो कभी झूठ नहीँ बोलता था । चटाक !
माँ हँसते हुए - आपका ही बेटा है । चटाक !
ndhebar
21-11-2010, 09:58 AM
बहुत अच्छे कुमार भाई
स्वस्थ मनोरंजन हेतु आपको बधाई
Kumar Anil
21-11-2010, 03:00 PM
टीचर - बताओ बीरबल कौन था ?
छात्र - पता नहीँ
टीचर - पढ़ाई पर ध्यान दो तो पता चले
छात्र - राज , बँटी , संजय कौन हैँ ?
टीचर - पता नहीँ
छात्र - बेटी पर ध्यान दो तो पता चले
Kumar Anil
21-11-2010, 03:04 PM
बहुत अच्छे कुमार भाई
स्वस्थ मनोरंजन हेतु आपको बधाई
आपका शुक्रिया
Kumar Anil
22-11-2010, 02:25 PM
एक आदमी अपनी बीबी से तलाक लेने के लिए वकील के पास गया
वकील - 5000 रु. लगेँगे ।
आदमी - पागल हो गये हो क्या ? शादी करवाने के पंडित ने 51 रु. लिये थे ।
वकील - तो देख लिया न सस्ते का नतीजा ।
munneraja
22-11-2010, 03:02 PM
एक आदमी हार्डवेयर की दुकान पर जाता है
आदमी - अंगूर हैं ...!!!...???
दुकानदार - (आदमी को ऊपर से नीचे तक घूरता है) - नहीं हैं
आदमी चला जाता है, अगले दिन फिर से आ जाता है
आदमी - अंगूर हैं ...!!!...???
दुकानदार -(फिर घूरता है) - हम अंगूर नहीं रखते, ये हार्डवेयर की दुकान है
आदमी फिर चला जाता है और अगले दिन फिर से आ जाता है
आदमी - अंगूर हैं ...???
दुकानदार को गुस्सा आ जाता है - अबे कहा न हम अंगूर नहीं रखते, यदि फिर से अंगूर मांगे तो नाखून में कीले ठोक दूंगा .....
आदमी फिर से चला जाता है और आश्चर्य अगले दिन फिर से आ जाता है
दुकानदार टेंशन में हो जाता है
आदमी - कीलें हैं ...!!!...???
दुकानदार का टेंशन खत्म होता है लेकिन अफ़सोस उस दिन कीलें नहीं थी...
दुकानदार - नहीं, नहीं हैं, खत्म हो गई ......
आदमी - ठीक है, तो फिर एक किलो अंगूर दे दो..........
संता ( बंता से ): जब आपके पास मोबाइल है , तो फिर आपने लेटर क्यों भेजा।
संता : ओए मैंने तो तुझे फोन किया था , पर अंदर से आवाज आई की प्लीज ट्राइ लेटर , इसलिए फिर मैंने तुझे लेटर लिखा।
अनिल जी बहुत बढ़िया ।
धन्यवाद कुमार अनिल जी. मैं आपसे अनुरोध करता हूँ कि आप आगे भी अपना योगदान देते रहें.
सँता - मैँने अपनी बीबी को पढ़ाया और इण्टर पास कराया फिर बी . ए. और अब एम. ए. करवा कर उसे सरकारी नौकरी भी दिलवा दी है । यार बता अब क्या करूँ ?
बँता - अबे अब तू उसकी शादी कर दे ।
एक आदमी ने अपने बच्चे के लिए एक रोबोट खरीदा जो झूठ बोलने पर थप्पड़ मारता था ।एक दिन
लड़का - पापा मैँ स्कूल नहीँ जाँऊगा , मेरे पेट मेँ दर्द हो रहा है ।
रोबोट ने मारा चटाक !
पिता- देखा बेटा झूठ का नतीजा । मैँ जब बच्चा था तो कभी झूठ नहीँ बोलता था । चटाक !
माँ हँसते हुए - आपका ही बेटा है । चटाक !
बहुत अच्छे चुटकले हैं मित्र. आगे भी अपना योगदान देते रहें.
गुरू और चेला दोनों अव्वल दर्जे के आलसी थे। एक रात गुरू ने चेले से कहा- जरा देख, बाहर बारिश हो रही है क्या।
चेला बोला- बारिश हो रही है।
गुरू- देखे बैगर कैसे कहता है।
चेला बोला- गुरू जी अभी-अभी जो बिल्ली अंदर आई है, वह भीगी हुई है, तो बारिश हो रही है।
पांच मिनट बाद गुरू ने फिर कहा- अच्छा जरा बत्ती बुझा दे।
चेला बोला- गुरूजी आंखे बंद कर लो, अपने आप अंघेरा हो जाएगा।
गुरूजी ने झल्लाते हुए कहा- चल जरा उठकर दरवाजा तो बंद कर दे।
चेला बोला- गुरूजी, अब दो काम मैंने कर दिए। तीसरा तो आप कर लीजिए।
पत्नी ने अपने सैल्समैन पति से कहा- जब तुम काम के सिलसिले में बाहर चले जाते हो तो मुझे हमेशा घबराहट होती रहती है।
पति- घबराओं नही मैं इतनी जल्दी वापस आंऊगा कि तुमको पता ही नही चलेगा।
पत्नी- तुम्हारी यही हरकत तो मेरी घबराहट का असल कारण है।
एक चर्च का निर्माण हो रहा था कि एक मजदूर काफी ऊंचाई से गिर गया, उसकी जान तो बच गई लेकिन चोटें बहुत आई।
एक फादर जो दूर खडे हुए उसे गिरता देख रहे थे, दौडकर उसके पास आये और उसे जिंदा पाकर बोले- खुदा तुम्हारे साथ था बेटे।
मजदूर कराहते हुए बोला- हां कोई न कोई जरूर मेरे पास था वरना मुझे घक्का कौन देता?
हामिद- अगर कोई आदमी खौलते हुए पानी में गिर जाए तो ?
आसिफ- दो चार चीखों के बाद ठंडा हो जाएगा।
जज- तुम्होर विरूद्ध तीन बार जाली नोट छापने का आरोप है।
मुल्जिम- मुझसे घोखा हुआ है।
जज- क्या मतलब ?
मुल्जिम- मुझे पैसे केवल दो बार के दिए गए है।
एक पति ने अपनी पत्नी से कहा- युघिष्ठर भी जुआ खेलते थे, फिर तू मुझे क्यों रोकती है ? पत्नी ने कहा- नही रोकूंगी, लेकिन याद रखना कि द्रोपदी के भी पांच पति थे।
एक वृद्ध महिला दाँत निकलवाने डॉक्टर के पास गई।
डॉक्टर बोला:- माई जरा मुँह खोलो, और खोलो, जरा और।
वृद्ध महिला:- झुँझलाकर बोली, अरे मुए, क्या मुँह में बैठकर दाँत निकालेगा।
नवबिवाहित बंतो- अगर मैं कभी मोटी हो जाऊगी तब भी तुम मुझे ऎसे ही चाहते रहोगे।
बता- हरगिज नही, मैने सिर्फ बुरे दिनों में साथ रहने का वचन दिया है। मोटे पतले की कोई बात तय नहीं हुई थी।
टीचर: वर्तमान में लडके आगे है या लडकियाँ
राजू: लडकियाँ।
टीचर: कैसे।
राजू- क्योकि लडकियाँ आगे रहती है तभी तो लडके उनके पीछे चलते है।
शराबी से उसके मित्र ने पूछा:- क्या तुम्हें रात को मच्छर तंग नही करते
शराबी ने कहा:- जी नही।
मित्र ने पूछा:- वह कैसे।
शराबी ने कहा:- मैं जब रात को पीकर जाता हूं तो मच्छर मेरे शरीर पर बैठकर शराब पीने लगते है। जब तक मै होश में आता हूं मच्छर बेहोश हो जाते है।
जज- अगर तुम झूठ बोलोगे तो कहां जाओगे्?
अपराघी- जी नरक में।
जज- अगर तुम सच बोलोगे तो्?
अपराघी- जी, जेल में।
एक आदमी रात को एक गली के सामने ख़डा था।
""कौन हो ? "" वहां से गुजरते हुए चौकीदार ने क़डकककर पूछा।
""शेर सिंह।"" ""
बाप का नाम ? "" ""
शमशेर सिंह।"" ""
कहां रहते हो ?
"" ""शेरों वाली गली में।""
""यहां क्यों ख़डे हो ? ""
""कैसे जाऊं कुत्ता भौंक रहा है।""
नाना ने कुछ ब़डे हो गए नाती को गुर की बात समझाते हुए कहा- ""बेटा अब कोई काम धन्धा जमा लो, बेकार फिरना अच्छी बात नहीं। जब मैं तुम्हारी उम्र का था तो मैंने दुकान में 50 रूपये की नौकरी की थी। फिर छ: साल बाद उतनी ही ब़डी दुकान बना ली थी।""
नाती से रहा न गया । बोल प़डा- ""नाना जी, अब वे जमाने लद गए। अब वैसी तिक़डम नहीं चलती। हर जगह कायदे के अनुसार हिसाब-किताब रखा जाता है।""
दत्ता जी को बहुत से लोग भत्ता जी भी कहा करते थे। शायद इसलिये कि दौरे पर बहुत रहते थे और दौरे पर रहने में उन्हें भत्ता काफी मिल जाता था। मई के पहले हफ्ते की बात है कि उन्हें दो दिन बाद ही टूर पर जाना था। उनका बेटा पप्पी उनके कमरे में आया तो न जाने क्या सोचकर वे उसे पीटने लगे। बच्चो को पिटता देखकर प़डौस के एक मित्र उनके पास आए और बच्चो को पीटने का कारण पूछा तो दत्ता जी ने बताया-"" दरअसल मैं दो दिन बाद टूर पर जा रहा हूं और टूर की अवधि में ही इस नालायक का रिजल्ट निकल आएगा।""
नई दुल्हन के हाथ का खाना पति ने पहली बार खाया। मिर्चे अधिक तेज थीं फिर भी वह बात बिग़ाडना नहीं चाहता था।
पति- ""खाना बहुत अच्छा बनाया है।""
पत्नी-"" लेकिन आप रो क्यों रहे हैं ? ""
पति-""खुशी के कारण।""
पत्नी-""और दूं ? ""
पति-""नहीं, मैं ज्यादा खुशी बर्दाश्त नहीं कर पाऊंगा।""
Abay Circuit! Jaa baajo walay ghar say Doctor ko bula k laa, meri tabiat kharab ho reli hai.
Circuit : Aey Bhai!!! aap to khud doctor ho.
Munna : Bolay to meri fees bahut zyada hai.
1960 : Aye bahar hai…jia bekarar hai… aja moray balma tera intezar hai.
Girl of 2007 : Aye bahar hai…jia bekarar hai… aje moray balma warna dusra tayyar hai.
just one cinema theater in the Village. The village people, though backward were very patriotic.
In fact as a cinema screen the owner of the theater had installed a khaadi dhoti. The villagers were very happy with the idea of a khaadi dhoti screen. They decided to dedicate the theater to Mahatma Gandhiji, and named the theatre: GANDHI KEE DHOTI
Some of the Up coming attractions at GANDHI KEE DHOTI as advertised in the
local newspaper were:
Gandhi kee Dhoti mein KACHHE DHAGE
Gandhi kee Dhoti mein HAL-CHAL
Gandhi kee Dhoti mein Daraar
Gandhi kee Dhoti mein Chuppa Rustom
Gandhi kee Dhoti mein Baazigar
Gandhi kee Dhoti mein Do Jasoos
Gandhi kee Dhoti mein Aandhi
Gandhi kee Dhoti mein Garam Hawaa
एक भारतीय सांसद अमेरिकी सीनेटर के बुलावे पर अमेरिका गया.
सांसद " यार तुम्हारा घर तो एक दम शानदार है. इतना पैसा कहाँ से लाते हो ?"
सीनेटर " रास्ते में तुमने एक बड़ा ब्रिज देखा था ?"
सांसद " हां देखा था वो तो बहुत बड़ा और शानदार था "
सीनेटर " ये घर उसके १०% में से बनवाया है "
सांसद " वाह वाह ! भाई वाह वाह ! "
कुछ दिन बाद वही सीनेटर भारत आया तो उसी सांसद के घर जाना हुआ.
सीनेटर " यार तुम्हारा माकन तो बिलकुल महल की तरह बना हुआ हैं. इतना पैसा कहाँ से लाते हो ?"
सांसद " रास्ते में तुमने एक बड़ा ब्रिज देखा था ?"
सीनेटर " नहीं रास्ते में तो कोई ब्रिज नहीं था "
सांसद " होगा कहां से ? सारा तो इस घर में लगवा दिया "
एक बार एक चींटी,हाथी के ऊपर बैठ कर कहीं जा रही थी
आगे रास्ते मैं एक कच्चा पुल आ गया
पुल देखते ही चींटी बोली
जानू......
"पुल क्रोस कर लोगे या मैं निचे उतर जाऊं"
शंता की बीवी-- कितनी बार कहा है कि रात की फोन चार्जिंग पे मत लगाया करो, कहीं ब्लास्ट हो गया तो??
शंता--ये तू चिंता मत कर सोणिये,,
मैंने बैटरी निकाल के चार्जिंग पे लगता हूँ
रचना अपनी सहेली मीता से- यार मुझे अपने पति पर शक हो रहा है कि वो आजकल किसी और लड़की के चक्कर मैं पड़े हुए हैं
मीता--अब तू क्या करेगी? कुछ सोचा है कि नहीं
रचना--अब इसमे सोचना क्या है??
" मैंने अपने बाय फ्रैंड को पति के पीछे लगा दिया है"
शंता (लड़की को छेड़ते हुए)-- ओये सोणिये कि हाल हैं??
लड़की(गुस्से से)-- जो तेरी बहन के हैं
शंता (हँसते हुए)-- उसको तो दस्त लगे हैं, तू सुना???
लव मैरिज का मतलब-- अपनी गर्ल फ्रैंड को पत्नी बनाना
और
अरेंज मैरिज का मतलब-- किसी दूसरे की गर्ल फ्रैंड को अपनी पत्नी बनाना
((रिश्ता वही,, सोच नयी))
Kumar Anil
23-11-2010, 06:56 AM
शराबी से उसके मित्र ने पूछा:- क्या तुम्हें रात को मच्छर तंग नही करते
शराबी ने कहा:- जी नही।
मित्र ने पूछा:- वह कैसे।
शराबी ने कहा:- मैं जब रात को पीकर जाता हूं तो मच्छर मेरे शरीर पर बैठकर शराब पीने लगते है। जब तक मै होश में आता हूं मच्छर बेहोश हो जाते है।
बहुत बढ़िया , लगे रहो अमोल पालेकर साहब
गब्बर-- "ये हाथ मुझे दे दे ठाकुर"
ठाकुर-- ले मेरे हाथ ले ले,,
बसंती के भी ले ले,,
जय और वीरू के भी ले ले
आक्टोपस बन जा साले
संता : ड्रालिंग मै तुमसे शादी नही कर सकता घर वाले मना कर रहे है
गर्लफ्रेन्ड : तुम्हारे घर पर कौन कौन है
संता : एक बीवी और तीन बच्चे
सेल्समैन : सर कौकरेच के लिए पावडर लेगेँ क्या ?
संता : नही हम कौकरेच को इतना लाड प्यार नही करते आज पावडर देँगे तो कल
डियो माँगेगा
प्रश्नः आप एक पतली दुबली सुखक्ड, लोमडी को हथिनि कैसे बना सकते हैं ?
उत्तरः बस उससे शादी कर डालो !
बच्चा अपने दोस्त से बोलाः कल मेरे घर लडका पैदा होगा !
दोस्तः वाह, क्या बात कर रहे हो, पर तुम्हे कैसे पता की लडका ही पैदा होगा ।
बच्चा बोलाः अरे साफ है, पिछली दफा मेरी मम्मी को पेट दर्द हुआ था और उसके अगले दिन मेरी मम्मी को लडकी पैदा हुई ।
इस बार मेरे पापा को पेटदर्द हो रहा है, तो बात साफ है कि लडका ही पैदा होगा !
एक बार, एक प्रेमी-प्रेमिका एक साथ यात्रा कर रहे थे, नीचे वाली सीट पर बैठकर प्रेम की बाते कर रहे थे। प्रेमिका ने प्रेमी से बोला, “मेरे को हाथ मे दर्द है।” प्रेमी ने हाथ को चूमकर बोला, अब ठीक हो जाएगा। फिर थोड़ी देर मे प्रेमिका ने दोबारा बोली, “मेरे गाल मे दर्द है।” प्रेमी ने गाल को चूमकर, कहा “अब ठीक हो जाएगा”। इतनी देर मे ऊपर वाली सीट से एक बुड्डा बोला :
“बेटा, पाइल्स(बावासीर) का भी इलाज करते हो क्या?”
एक बार अटलबिहारी, मुशर्रफ़, मल्लिका शेरावत और मार्गरेट थेचर, एक साथ ट्रेन मे सफ़र कर रहे थे। ट्रेन एक सुरंग के अन्दर से गुजरी, घना अन्धेरा छा गया। अटल को पता नही क्या सूझी, उसने अपने हाथ को चूमकर एक जोरदार आवाज निकाली और एक जोरदार झापड़ मुशर्रफ़ के रसीद कर दिया। सभी ने झापड़ की आवाज को सुना। ट्रेन जब सुरंग से बाहर निकली, सबने देखा, मुशर्रफ़ अपने गाल को सहला रहा था, सभी ने अलग अलग सोचा:
मुशर्रफ़ सोच रहा था, अटल ने मल्लिका को किस किया होगा, गलती से झापड़ मुझे पड़ गया।
मल्लिका सोच रही थी, हो सकता है मुशर्रफ़ ने मेरे को किस करने के चक्कर मे मार्गरेट थैचर को किस कर दिया हो इसलिए पिटा।
मार्गरेट सोच रही थी, ये मुशर्रफ़ भी ना, गलत जगह हाथ डाल देता है, मुझे किस करता तो, कम से कम, झापड़ तो ना पड़ता ।
अटल सोच रहा था : अबकि बार सुरंग आएगी तो फिर से करूंगा।”
संतासिंह ट्रेन के लाइनमैन की नौकरी के लिए इन्टरव्यू देने गया। उससे पूछा गया:
इन्टरव्यूवर : संतासिंह मान लो तुम्हे पता चलता है कि तुम्हारे ट्रेक पर दो रेलगाडियां विपरीत दिशा से आ रही है और उनमे टक्कर होने वाली है तो तुम क्या करोगे?
संतासिंह: मै किसी एक ट्रेन को दूसरी लाइन पर स्विच कर दूंगा।
इन्टरव्यूवर : अगर लीवर काम नही कर रहा हो तो?
संतासिंह: तो मै हाथ से लीवर को खींचने की कोशिश करूंगा।
इन्टरव्यूवर :अगर वो भी काम नही किया तो?
संतासिंह: मै दोनो तरफ़ के स्टेशन मास्टर को खबर करूंगा।
इन्टरव्यूवर :अगर फोन भी काम नही कर रहा हो तो?
संतासिंह: मै लाल कपड़ा लेकर ट्रेक पर खड़ा हो जाऊंगा।
इन्टरव्यूवर : अगर उस समय कोई लाल कपड़ा नही मिला तो?
संतासिंह: फिर मै अपनी बीबी प्रीतो, को बुलाऊंगा।
इन्टरव्यूवर :क्यों क्या वो कोई इन्जीनियर है?
संतासिंह: नही, उसने कभी रेलगाड़ियों की टक्कर नही देखी ना।
रेल के डिब्बे में एक सज्जन ने अपने सामने वाले व्यक्ति को चुपचाप बैठे
देखकर बातचीत करने के इरादे से कहा- भाई साहब आपका रूमाल नीचे
गिर गया है।
इस पर उस व्यक्ति ने कहा- मेरा रूमाल गिर गया है, इससे आपको क्या
मतलब? आपका कोट सिगरेट से जल रहा है, पर मैंने तो कुछ नहीं कहा।
एक यात्री ने ट्रेन मे दारू पीते पीते, सामने बैठे सरदार यात्री से पूछा,
आप दारू पीते है?
सरदारजी बोले, “ये सवाल है या निमन्त्रण?”
अगर सवाल है तो मै नही पीता, और यदि निमन्त्रण है तो लगाओ गिलास”
बांकेलाल (प्यारेलाल से)- यार मैं सोचता था कि इस दुनिया में सिर्फ मैं ही उल्लू हूं।
प्यारेलाल (बांकेलाल से)- क्यों क्या हुआ?
बांकेलाल (प्यारेलाल से)- कल मैंने अपनी पत्नी को कश्मीरी सेब लाने को कहा था।
प्यारेलाल (बांकेलाल से)- तो क्या हुआ?
बांकेलाल (प्यारेलाल से)- आज कश्मीर से फोन आया कि उसने सेब खरीद लिए है।
यात्री (रेल के गार्ड से)- ‘मैं चाय पीना चाहता हूं। कोई ऐसा उपाय बताइए कि मेरे आने तक गाड़ी न चले।‘
गार्ड (मुस्कराकर)- ‘बड़ा सरल उपाय है। मुझे भी अपने साथ ले चलिए।‘
भारत में एक दफा अमरीकी प्रतिनिधि मंडल भ्रमण के लिए आया. वे राजधानी दिल्ली में सरकारी कामकाजों का जायजा ले रहे थे. उन्हें एक स्थानीय शासकीय कार्यालय में ले जाया गया. वहाँ ढेर सारे अधेड़ और रिटायर होने की उम्र के बाबू पुराने 286 – 386 श्वेत-श्याम मॉनीटर युक्त कम्प्यूटरों पर कार्य कर रहे थे.
ये लोग कौन हैं – प्रतिनिधि मंडल के मुखिया ने पूछा.
ये इस देश के आम आदमी हैं , प्रजातंत्र के असली राजा – भारतीय गाइड ने बताया.
बाद में प्रतिनिधि मंडल को संसद भवन ले जाया गया. वहाँ उन्होंने राजनेताओं तथा उनके व्यक्तिगत सहयोगियों को नए नवेले लैपटॉप, पॉमटॉप, पीडीए और पावर एपल मॅक इत्यादि के साथ पाया.
और ये कौन हैं – प्रतिनिधि मंडल में से किसी ने पूछा.
ये तो जनता के सेवक हैं – जवाब मिला.
यमराज ने एक दिन अपने दूत को बुलाया और आदेश दिया – धरती पर जाओ और हीरालाल की आत्मा को ले आओ. उसके दिन पूरे हो गए हैं.
यमदूत धरती पर गया और हीरालाल की खोजबीन की. उसे हीरालाल तो मिल गया परंतु हीरालाल के शरीर में उसकी आत्मा ढूंढे से भी नहीं मिली.
यमदूत ने वस्तुस्थिति से यमराज को अवगत कराया.
यमराज नाराज होते हुए बोले – ऐसा कैसे हो सकता है? कोई भी जीवित प्राणी बिना आत्मा के तो धरती पर रह ही नहीं सकता. जाओ और ठीक से देखो. आजकल काम-धाम में मन नहीं लगता क्या तुम्हारा?
यमदूत वापस धरती पर परंतु उसे हीरालाल की आत्मा अब भी नहीं मिली. वह बिना हीरालाल की आत्मा लिए यमराज के पास जाने का साहस नहीं कर पाया. अचानक उसे नारद मुनि याद आए, जिन्हें संसार की समस्त बातों-घटनाओं का ज्ञान रहता है. यमदूत नारद मुनि की शरण में पँहुचा.
यह आदमी खाने कमाने के लिए करता क्या है? नारद मुनि ने यमदूत से पूछा.
वह किसी किस्म का कम्प्यूटर नर्ड है - यमदूत ने बताया.
तो यह बात है. इसीलिए तुम्हें उसकी आत्मा उसके शरीर में नहीं मिली. जाओ और उसके पीसी में ढूंढो. एक नर्ड की आत्मा वहीं होती है.
कम्प्यूटर प्रोफ़ेसनल्स की सम्पन्नता से जलते-भुनते-कुढ़ते एक आईएएस ऑफ़ीसर ने फर्स्ट क्लास एसी कम्पार्टमेंट में चल रहे अपने साथी यात्री से कहा – यार बुरा मत मानना, परंतु लोग तो ये कहते हैं कि तुम कम्प्यूटर प्रोग्रामर रात दिन अपने कम्प्यूटर की-बोर्ड में प्रोग्राम लिखने और उसके बग फिक्स करने में लगे रहते हो और तुम्हारी बीवियाँ बच्चे पैदा करती रहती हैं. क्या यह सही है? तुम अपनी बीवियों द्वारा लाए हुए रेडीमेड बच्चों को कैसे अपना लेते हो?
नर्ड ने अत्यंत शांति पूर्वक जवाब दिया – वैसे तो ऐसा होता कम ही है, परंतु जब भी ऐसी कोई घटना होती है तो हम कम्प्यूटर प्रोफ़ेसनल अपने बच्चों को आईएएस ऑफ़ीसर बना देते हैं.
एक परिवार में चतुर्ज (क्वाड्रप्लेट) लड़कियाँ थीं जो शादी की उम्र में पहुंच गई थीं. एक संभावित वर उन्हें देखने पहुँचा. चारों लड़कियाँ प्रायः सभी मामलों में एक जैसी थीं – दिखने में, पहनावे में, चाल-ढाल और व्यवहार में. इस कारण से उस वर को उन चारों में से किसी एक का चुनाव अपनी पत्नी के रूप में करने में अच्छी खासी कठिनाई आई. अंततः उसने उसमें से एक को पसंद कर ही लिया.
उसके दोस्तों ने पूछा – क्यों तुमने उसे ही क्यों पसंद किया? क्या दूसरी बहनों में कोई खराबी थी.
ऐसी बात नहीं है, उसने जवाब दिया – उसकी एक बहन जो टेलिफोन ऑपरेटर है, हमेशा वेट प्लीज कहती थी, दूसरी वाली जो बैंक क्लर्क है, कतार में आइए कहती रहती थी और तीसरी - जो नर्स है, वह आराम से शांति से कहती रहती थी. मैंने अंततः कम्प्यूटर ऑपरेटर को पसंद किया जो हमेशा कहती रहती है – क्या आप सचमुच बंद करना चाहते हैं?
किसी जमाने में बहुत बड़ा कम्प्यूटर महाराजा – विल सेठ रहता था. एक दिन उसने अपने सिंहासन पर बैठे ही बैठे अपने दरबारी से कहा – इस लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम का कर्नेल भी गजब का है. इसकी स्टैबिलिटी और मेमोरी हैंडलिंग कैपेसिटी तो सचमुच लाजवाब है!
हुजूर-ए-आला, दरबारी ने कहा – आप बजा फ़रमाते हैं. लिनक्स सचमुच दुनिया का सर्वश्रेष्ठ ऑपरेटिंग सिस्टम है.
होगा, परंतु इस ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए अनुप्रयोगों का अकाल तो है ही और यह सभी हार्डवेयर को समर्थित भी तो नहीं करता. यह तो बिलकुल बेकार, इस्तेमाल के लायक ही नहीं है – महाराजा ने कहा.
बिलकुल बजा फ़रमाया हुजूर-ए-आला, दरबारी ने कहा.
ऐ तुम कैसे आदमी हो – महाराजा ने दरबारी की ओर अप्रसन्नता से देखते हुए कहा – जब मैंने लिनक्स की थोड़ी तारीफ की तो तुमने तारीफ़ों के पुल बाँध दिए और जब मैंने थोड़ी सी आलोचना की तो तुम उसे सबसे घटिया बताने लगे.
हुजूर-ए-आला, दरबारी ने कहा – खता माफ हो, हम आपका नमक खाते हैं, लिनक्स का नहीं.
एक कम्प्यूटर सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट कम्पनी में एक ऑफिस बॉय काम करता था. वह सभी कर्मचारियों को चाय, कॉफ़ी इत्यादि पिलाया करता था. वह समर्पित इंसान था, परंतु वह अनपढ़ था, जिससे कभी कभी उसे मुश्किलों का सामना भी करना पड़ जाता था. अपने कठिन परिश्रम से वह लोगों का दिल जीत कर काम कर रहा था. एक दिन कंपनी में एक सर्कुलर जारी हुआ जिसमें प्रॉडक्टिविटी बढ़ाने के नाम पर उन सभी कर्मचारियों की छंटनी कर दी गई जो पढ़े लिखे नहीं थे. लिहाज़ा उस ऑफ़िस बॉय की नौकरी भी जाती रही. उसने जीवन यापन के लिए पुराने कम्प्यूटरों को खरीदने-बेचने का धंधा शुरू कर दिया.
उसका यह धंधा चल निकला और वह देखते ही देखते देश का सबसे बड़ा सेकण्ड हैण्ड हार्डवेयर दुकानों की शृंखला का मालिक बन गया. उसने अपने धंधे को डाइवर्सिफ़ाई करने के इरादे से ताबड़तोड़ सॉफ़्टवेयर कंपनियाँ खरीदने लगा. उसने वह सॉफ़्टवेयर कंपनी भी खरीद ली जिसमें से उसे ऑफ़िस बॉय के रूप में निकाल दिया गया था.
उस कंपनी के काग़ज़ात उसके पास दस्तखत के लिए लाए गए. उसके होठों पर विद्रूपता की क्षीण सी मुस्कान उभरी. वह बोला – अगर मुझे दस्तखत करना आता होता तो इस कंपनी में मैं अभी भी ऑफ़िस बॉय ही बना रहता...
एक आदमी नाई की दुकान पर दाढ़ी बनवाने गया. जब नाई उसके चेहरे पर ब्रुश से बढ़िया क्रीम से उतनी ही बढ़िया झाग बना रहा था तो उस आदमी ने अपने चेहरे के थोड़े से पिचके गालों की ओर इशारा करते हुए बोला – मेरे गालों के इस गड्ढे के कारण दाढ़ी बढ़िया नहीं बन पाती और कुछ बाल छूट जाते हैं.
कोई बात नहीं – नाई आगे बोला – मेरे पास इसका इलाज है. उसने पास के दराज में से लकड़ी की एक गोली निकाली और उसे देते हुए बोला – इसे अपने मुंह में मसूढ़ों और गाल के बीच रख लो.
उस आदमी ने वह गोली मुँह में रख ली जिससे उसका गाल फूल गया और नाई ने उसकी शानदार, बढ़िया दाढ़ी बनाई.
यदि यह गोली गलती से पेट में चला जाए तो? उस आदमी ने कठिनाई से बोलते हुए पूछा. गोली उसके मुँह में ही फंसी थी.
कोई बात नहीं – नाई बोला – कल लेते आना. जैसे कि बहुत से लोग अब तक लेते आए.
एक बार एक ग्रंथी, मौलवी और पँडित फुरसत के लम्हों में गुफ्तगू कर रहे थे। चर्चा का विषय था कि ये लोग पूजा के दौरान मिली दक्षिणा किस तरह उपयोग करते हैं। विषय बड़ा नाजुक था। सवाल व्यक्तिगत आवश्यकताओं और पूजास्थल की देखभाल के बीच दक्षिणा के धन के सामंजस्य का था।
पुजारी बोले "भाई मैं तो दैनिक आरती के बाद पूजा का थाल बीच हाल में रख देता हूँ। भक्तजन अपने स्थान से दान दक्षिणा के सिक्के उछाल देते हैं। जितने थाली में गिरते हैं उतने मेरे दैनिक खर्च के लिये उपयोग हो जाते हैं , शेष प्रभु के भोग, श्रँगार और मँदिर के रखरखाव में।"
मौलवी जी का भी कमोबेश यही तरीका निकला। वे बोले " मैं भी नमाज के बाद अपनी चादर फैला देता हूँ। नमाजी खैरात उछालते हैं , अल्लाह के फजल से जितनी चादर मे गिरी वह इस बँदे की, बाकी अल्लाह के घर की साजोसँभाल में खर्च हो जाती है।"
ग्रँथी जी कसमसाये और तल्ख स्वर में बोले "तुम लोग ऊपरवाले की नेमत की इस तरह तौहीन करते हो, तभी तो लगता है कि महीनों से कुछ खाया ही नही।"
मौलवी जी और पँडित दोनों चौकें और पूछ बैठे " ग्रंथी जी , भला हम क्या गलत करते हैं। आप ही बताइयें आप चढ़ावे का क्या करते हैं?"
लेकिन दोनो की लाख मनौव्वल के बाद भी ग्रंथी जी ने अपनी सफेद चिकनी दाढ़ी पर हाथ फेर कर सिर्फ यही फर्माया कि " रूपया पैसा ऊपरवाला बख्शता है। उसे इस तरह उछलवा कर आप लोग ऊपर वाले की ही बेइज्जती करते हो। आप कल खुद ही गुरद्वारे आकर देख लेना कि चढ़ावे के सही इस्तेमाल का तरीका क्या है?"
अगले दिन तड़के मौलवी जी और पँडित दोनों गुरूद्वारे पहुँचे। पूजापाठ के बाद वे देखते क्या हैं कि ग्रँथी जी ने भक्तों को एक चादर पर तमीज से पैसे चढ़ाने को कहा। फिर पोटली बाँध कर आसमान में उछाल दी और चिल्लाये " वाहे गुरू, यह तेरी नेमत है, जितनी चाहे रख ले बाकी अपने इस बँदे को बख्श दे।" उधर पोटली वापस ग्रंथी जी के हाथो में वापस गिरी इधर मौलवी जी और पँडित दोनो गश खाकर जमीन पर।
एक पुजारी और एक पादरी की कारें आपस में भिड़ गईं, और जरा जोरदार से भिड़ीं. दोनों ही कारें बुरी तरह से टूटफूट गईं, परंतु उतने ही आश्चर्यजनक रूप से न तो पुजारी और न पादरी को कोई खास चोटें आईं.
जब वे दोनों अपनी अपनी कारों से बाहर निकले तो पुजारी ने पादरी के लिबास को देखा और कहा – तो तुम पादरी हो! वाह! मैं भी पुजारी हूं. हमारी कारें कैसी टूटफूट गईं हैं, परंतु सौभाग्य से हमें कोई खास चोटें नहीं पहुँची. यह ईश्वर की बड़ी कृपा है और उसका यह संदेश हम दोनों के लिए है कि हम आपस में दोस्त बन जाएँ और बाकी की जिंदगी प्यार और शांति से दोस्त के रूप में साथ-साथ गुजारें.
पादरी ने कहा – हाँ मैं तुम्हारी बातों से पूरी तरह सहमत हूँ. यह तो ईश्वरीय इच्छा ही प्रतीत होती है.
पादरी ने आगे कहा – और जरा इसे देखो. एक और चमत्कार. मेरी कार पूरी तरह से बरबाद हो गई है परंतु यह ब्लैक लेबल व्हिस्की की बोतल पूरी तरह ठीक ठाक है. इसमें एक खरोंच भी नहीं आई है. अवश्य ही ईश्वर चाहता है कि हम अपनी इस नई दोस्ती का जश्न व्हिस्की पीकर मनाएँ. फिर उसने बोतल खोली और पुजारी की ओर बढ़ाई.
पुजारी ने हाथ जोड़ लिए और कहा – राम! राम!! मैंने जिंदगी में कभी भी शाकाहार और दूध घी के अलावा कुछ नहीं खाया पिया. मेरा धर्म भ्रष्ट मत करो.
परंतु पादरी ने पुजारी को फिर समझाया – देखो यदि तुम ईश्वरीय संदेश को नहीं मानोगे तो भगवान को सचमुच अप्रसन्न कर दोगे.
आखिर में पुजारी को लगा कि सचमुच ईश्वर की कृपा से उसका पुनर्जन्म हुआ है और पादरी की बातों में दम है. उसने बोतल ली और शराब की एक घूँट भरी. उसका मुँह कड़वा हो गया. जैसे तैसे उसने पहला घूंट भरा और बोतल पादरी को वापस किया.
पादरी ने कहा – देखो तुमने चूँकि पहला घूँट भरा है, इसलिए अब तुम इस बोतल का आधा हिस्सा प्रसाद के रूप में प्राप्त करो. बाकी का हिस्सा फिर मैं पी लूंगा.
प्रतिवाद करते हुए पुजारी ने दूसरा घूँट भरा. तीसरा घूँट भरते तक उसे आनंद आने लगा था. देखते ही देखते बोतल में सिर्फ दो घूँट शराब बाकी बची.
पुजारी नशे में बोला – अरे! मैंने सारा ही प्रसाद अकेले ले लिया. राम! राम!! ईश्वर तो बड़ा कुपित होगा. ये दो घूँट बचा है. इस प्रसाद को तो तुम भी अवश्य लो.
पादरी ने बोतल पुजारी के हाथों से ली और उसका ढक्कन बंद करते हुए बोला – हाँ, अभी लेता हूँ प्रसाद. जरा पुलिस को तो आ जाने दो.
एक आदमी की मौत हो गई और उसे अपने कर्मों के कारण नर्क की प्राप्ति हुई. उसने वहां जाकर देखा कि हर देश के लिए अलग-अलग नर्क है.
वह अमरीकन नर्क में गया और पूछा कि यहाँ आत्माओं को किस तरह पीड़ा दी जाती है. उसे बताया गया – पहले तो वे आपको बिजली की कुर्सी पर एक घंटा बैठाकर करंट लगाते हैं. फिर आपको तीख़े कीलों वाले बिस्तर पर नंगे बदन घंटे भर सुलाते हैं. फिर अमरीकन राक्षस आता है जो दिनभर आपको चाबुक से कोड़े लगाता है.
उस आदमी को यह सारा सिलसिला पसंद नहीं आया और वह आगे बढ़ गया. उसने आगे जाकर जर्मनी, जापानी, आस्ट्रेलियाई इत्यादि तमाम देशों के नर्क देख डाले. सभी में जैसी सज़ा अमरीकन नर्क में दी जाती थी लगभग उसी क़िस्म की सज़ा नर्क में आने वाली सभी आत्माओं को दी जाती थी. हाँ, धरती पर किए पापों की गंभीरता के आधार पर समय में कुछ कमी-बेसी जरूर हो जाती थी.
घूमते घूमते वह आखीर में भारतीय नर्क में पहुँचा. वहां उसने देखा कि नर्क में प्रवेश के लिए आत्माओं की हजारों मील लंबी लाइन लगी है. आश्चर्य चकित होता हुआ उसने पूछा कि यहाँ किस क़िस्म की सज़ा आत्माओं को दी जाती है जिसके कारण इतनी लंबी लाइन लगी है? उसे बताया गया कि - पहले तो वे आपको बिजली की कुर्सी पर एक घंटा बैठाकर करंट लगाते हैं. फिर आपको तीख़े कीलों वाले बिस्तर पर नंगे बदन घंटे भर सुलाते हैं. फिर भारतीय राक्षस आता है जो दिनभर आपको चाबुक के कोड़े लगाता है.
उसे और ज्यादा आश्चर्च हुआ. उसने फिर पूछा – पर ऐसी ही सज़ा तो अमरीकन और तमाम अन्य देशों के नर्कों में भी है. वहाँ तो अंदर जाने वालों की ऐसी भीड़ नहीं दिखी.
किसी ने उसकी जिज्ञासा शांत की – चूंकि यहाँ भीड़ के कारण बदहाली है, मेंटेनेंस बहुत घटिया है, बिजली आती नहीं अतः बिजली की कुर्सी काम नहीं करती, बिस्तर से कीलों को लोग चोरी कर ले जा चुके हैं और कोड़े लगाने वाले भारतीय राक्षस, भारतीय शासकीय सेवा में रह चुके हैं जो आते तो हैं, परंतु हाजिरी रजिस्टर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर कैंटीन चले जाते हैं....
चूंकि मैं एक पुरूष हूँ...
** चूंकि मैं एक पुरूष हूं, जब मैं अपनी कार की चाबी कार के अंदर भूल जाता हूँ तो मैं तुम्हारे इस सुझाव को कि हमें किसी सर्विस सेन्टर वाले को तत्काल बुला लेना चाहिए, अनदेखा करते हुए कपड़े सुखाने वाले हैंगर के तार से तब तक कार का दरवाजा खोलने की कोशिश करता रहूंगा जब तक कि दरवाजे का ताला खराब न हो जाए, या मैं ही पूरी तरह पस्त न हो जाऊँ.
** चूंकि मैं एक पुरुष हूं, जब मेरी कार ठीक से चालू नहीं होती है तो मैं उसका बोनट उठाकर उसके इंजिन में तांक झांक करता हूँ. इस बीच दूसरा पुरूष कहीं से प्रकट होता है और वह भी कुछ तार वार छूकर देखता है. फिर हममें से एक, दूसरे से कहता है – मैं इन चीजों को आराम से ठीक कर लेता था. परंतु आजकल हर चीज कम्प्यूटराइज आ रही है तो यह पता ही नहीं चलता कि कहाँ से चालू करें. फिर हम दोनों बीयर पीते हुए मेकैनिक का इंतजार करते हैं.
** चूंकि मैं एक पुरूष हूं अतः जब मुझे जुकाम हो जाता है तो मैं बिस्तर पर कराहते हुए करवटें बदलते हुए चीखता चिल्लाता हूँ कि मुझे गर्म चिकन सूप चाहिए और मेरी चिंता कोई नहीं कर रहा. मैं जिस गंभीर तरीके से बीमार पड़ता हूँ उस तीव्रता से कोई भी बीमार नहीं पड़ता अतः मेरी समस्या कोई और कभी जान ही नहीं सकता.
** चूंकि मैं एक पुरूष हूँ, अतः घर या ऑफ़िस का कोई भी उपकरण खराब हो जाता है तो मैं उसे खोलकर ठीक करने लगता हूँ – पुराने अनुभवों के बावजूद कि मेरे द्वारा खोले गए उपकरणों को सुधारने के लिए मेकैनिक द्वारा दोगुना चार्ज वसूला जाता है.
** चूंकि मैं एक पुरूष हूँ, अतः टीवी देखते हुए टीवी का रिमोट कंट्रोल मेरे हाथों में ही होना चाहिए. यदि रिमोट कंट्रोल कहीं किसी कोने काने में दब कर मिल नहीं रहा होता है तो मेरा वो आवश्यक टीवी शो खत्म हो जाता है जिसकी मुझे तलाश होती है.
** चूंकि मैं एक पुरूष हूँ, अतः मैं नहीं समझता कि हम कहीँ रास्ता भटक गए हैं और रुककर किसी से रास्ता पूछने की आवश्यकता है भी. क्या तुम किसी अजनबी, अपरिचित पर भरोसा करोगी? मेरा मतलब है उसे कैसे पता होगा कि हमें कहाँ जाना है.
** चूंकि मैं एक पुरूष हूँ, अतः यह बिलकुल जरूरी नहीं कि मैं किस समय क्या सोच रहा होता हूँ. उत्तर हमेशा ही या तो सेक्स होगा या कोई खेल. जब तुम कुछ पूछोगी तो मुझे मजबूरन उन मुद्दों से हटकर कुछ अलग सोचना होगा अतः अच्छा यही होगा कि मुझसे कुछ पूछो ही न.
** चूँकि मैं एक पुरूष हूं, मुझसे यह मत पूछो कि मुझे यह फिल्म कैसी लगी. अगर फिल्म के अंत में तुम्हारी आँखों में आँसू थे, तो बहुत संभव है कि उस फिल्म में मुझे बिलकुल मजा नहीं आया.
** चूंकि मैं एक पुरुष हूँ, मैं सोचता हूँ कि जो तुमने अभी पहना है वह बहुत अच्छा है. मेरे विचार में जो ड्रेस तुमने पाँच मिनट पहले पहना था वह भी बहुत अच्छा था. तुम्हारे जूतों के दोनों ही जोड़े अच्छे हैं – लेस सहित और लेस के बगैर भी अच्छे हैं. तुम्हारी हेयर स्टाइल भी बहुत अच्छी है. तुम बहुत अच्छी, खूबसूरत दिख रही हो. क्या अब चले चलें?
** चूंकि मैं एक पुरूष हूं, और वैसे भी यह इक्कीसवीं शती है, अतः घरेलूकार्य में मैं तुम्हारे साथ बराबर का हाथ बटाऊँगा. तुम कपड़े धोने, खाना बनाने, घर की साफ सफाई, गार्डनिंग, शॉपिंग के कार्य निपटाओगी बाकी का सारा काम मैं समाचार पत्र पढ़ते हुए निपटाऊँगा.
राज सारा दिन अपने व्यवसाय में व्यस्त रहता था.. रुपया कमाने के लिए आखीर मेहनत तो करनी ही होती है - वह अपनी बीवी से कहा करता था जिसे राज अकसर समय नहीं दे पाता था और इसी वजह से अकसर वह शाम और देर रात तक अपने क्लाएंटों में उलझा रहता था .
राज के जन्म दिन पर उसकी बीवी ने उसे बढ़िया, सरप्राइज़ पार्टी देने की सोची. बेचारा राज व्यवसायिक दायित्वों के चलते मौज मस्ती का भी समय जो नहीं निकाल पाता था. राज पूछता ही रहा कि कहां चल रहे हैं पार्टी के लिए मगर उसकी बीवी ने अंत तक नहीं बताया, जब तक कि वे पार्टी स्थल पर पहुँच नहीं गए.
उसकी बीवी ने एक बढ़िया, आलीशान, स्ट्रिपटीज़ डांसबार में उसके लिए पार्टी का आयोजन किया था.
डांसबार में प्रवेश के समय ही दरबान ने एक कड़क सैल्यूट, भरपूर मुस्कान के साथ - ठोंका ओर बोला – हैलो मिस्टर राज, आज मिज़ाज कैसे हैं आपके?
उसकी बीवी थोड़ी चकित सी हुई, पर उसने सोचा कि क्लाइंटों के साथ कभी आए होंगे यहाँ.
बार में ड्रिंक के बीच हलाकान होते उसके पति के पास एक बार बाला आई और अपनी बाहों को राज के गले में डाल कर बोली हाय हैंडसम, आज क्या बात है – मूड उखड़ा है?
जैसे तैसे राज ने उस बार बाला से जान छुड़ाया तो एक दूसरी बार बाला आई और उसके गाल चूमकर बोली – हाय डार्लिंग व्हाट अबाउट टुडे?
उसकी बीवी जो रोने – रोने को थी – अचानक सुबकियाँ लेते बाहर भागी. सामने स्टैंड पर जो टैक्सी दिखी उस पर सवार हुई और घर चलने को कहा. पीछे से राज भी दौड़ता हुआ आया और बगल में बैठकर उसे समझाने का प्रयत्न करने लगा. परंतु उसकी बीवी का रोना रुक ही नहीं रहा था.
इतने में टैक्सी ड्राइवर बोला – ऐसा लगता है मिस्टर राज, आज आपका पाला किसी मूडी लड़की से पड़ गया है.
01. चतुर पुरुष + चतुर स्त्री = रोमांस
02. चतुर पुरुष + मूर्ख स्त्री = प्रेगनेंसी
03. मूर्ख पुरूष + चतुर स्त्री = अफ़ेयर
04. मूर्ख पुरूष + मूर्ख स्त्री = शादी
05. चतुर बॉस + चतुर कर्मचारी = लाभ
06. चतुर बॉस + मूर्ख कर्मचारी = उत्पादन
07. मूर्ख बॉस + चतुर कर्मचारी = तरक्की
08. मूर्ख बॉस + मूर्ख कर्मचारी = ओवरटाइम
09. एक स्त्री तब तक अपने भविष्य के प्रति चिंतित रहती है जब तक कि वह अपने लिए पति नहीं ढूंढ लेती.
10. एक पुरुष अपने भविष्य के प्रति तब तक चिंतित नहीं होता जब तक कि वह अपने लिए पत्नी नहीं ढूंढ लेता.
11. किसी पुरुष के साथ सुख पूर्वक रहने के लिए उसे बहुत समझें और थोड़ा प्यार करें.
12. किसी स्त्री के साथ सुख पूर्वक रहने के लिए उसे ढेर सारा प्यार करें परंतु समझने की कोशिश कतई न करें.
एक बार दो बहरे मित्र बहुत दिन बाद सड़क पर मिल गये।
एक ने पूछा- कैसे हो बड़े दिन बाद दिखायी दिए?
दूसरा- बैगन लाया हूँ।
पहला- बच्चे ठीक हैं?
दूसरा-भर्ता बनाऊँगा।
एक बार सुबह-सुबह एक पंडितजी गंगा -स्नान करके लौट रहे थे।सामने से एक सरदार जी दातून मुँह में लगाए टहलते आ रहे थे। दोनों की (एक की भक्ति में और दूसरे की नींद के असर में) आँखें झुकी हुई थीं। दोनों आपस में टकरा गए। पंडित जी को क्रोध आगया बोले-बिना नहाया हुआ मुझसे छू गया मुझे अशुद्ध कर दिया। सरदारजी को भी गुस्सा आ गया।बोले तो कि हो गया?
पंडितजी-तुम क्या समझोगे, कभी धर्म-पुराण पढ़े ही नहीं।
सरदारजी-ओय पंडत ज्यादा ना बन। मैंने भी सब कुछ्पढ़ रखा है।
पंडितजी- अच्छा तो पाँच-पांडवों के नाम बताओ?
सरदारजी बोले ल्य सुन!
सरदारजी-इक पीम, इकोदा भाई, इक होर, इक होर ते इक्दा नाम बुल्य ग्या।
एक सुंदर तरुणी गवाही देने के लिए विटनेस बॉक्स में खड़ी थी।
उसे तेज नजरों से घूरते वकील ने गरजकर बोला, ' मैं अपना प्रश्न फिर दोहराता हूं। अठारह सितंबर की रात को आप कहां थीं?
तरुणी लज्जा से सुर्ख हो गयी।
ओह! वह बोली - 'यह प्रश्न पूछें तो ही अच्छा है वकील साहब। मैं इसका उत्तर नहीं दे सकती।
वकील ने और दबाव डालते हुए कहा, 'यह तो आपको बताना ही होगा। बहाने मत बनाइए उस रात आप कहां थीं?
तरुणी के कपोल रक्तिम हो उठे। किसी तरह संभल कर उसने कहा- अच्छा, जब आप इतना जोर दे रहे हैं तो मुझे बताना ही पड़ेगा।
अठारह सितंबर की रात में मैं घर बैठी वर्ग पहेली हल कर रही थी।
वकील ने बौखलाते हुए हैरत से पूछा।
'भला इसमें शर्माने की क्या बात थी?
बात तो थी वकील साहब। उसने सुबकी भरी- 'मेरी जैसी सुंदर, जवान और कुंवारी लड़की घर बैठकर वर्ग पहेली में रात बर्बाद करे, यह शर्माने की बात नहीं है? उसने जवाब दिया।
मैं तुम्हारे द्वारा प्रेषित पत्रों पर लगे डाक टिकटों को चूमना नहीं भूलता, क्योंकि उसमें
तुम्हारे होठो का स्पर्श शामिल रहता है। प्रेमी ने कहा।
प्रेमिका बोली - 'सॉरी डाक टिकट चिपकाने का काम तो मेरी बूढ़ी नौकरानी किया
करती है।
प्रेमिका को निराश देखकर एक दिन प्रेमी ने अपनी सारी हिम्मत जुटाकर प्रेमिका से कहा, प्रिये, रात मैंने एक सपना देखा। मैंने देखा कि मैं तुम्हारे सामने शादी का प्रस्ताव रख रहा हूं। क्या तुम इस सपने का अर्थ समझीं?
प्रेमिका ने कहा, जरूर। इसका अर्थ यह है कि तुम जागते रहने के बजाय सोए रहने में ज्यादा समझदारी का काम करते हो।
मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती जीतेन्द्र। विभोर होते हुए प्रीति ने कहा।
पर मैं जीतेन्द्र नहीं राकेश हूं। राकेश ने बताया।
सॉरी डॉर्लिंग ! मैं भूल गई थी कि आज रविवार नहीं, सोमवार है। प्रीति ने स्पष्ट
किया।
क्या कहा? आज सोमवार है। अरे, बाप रे बाप! तुमने पहले क्यों नहीं बताया कि आज
सोमवार है। अब मैं फौरन चलता हूं। पता नहीं सुनीता, कितनी गालियां दे रही होगी।
जाते हुए राकेश ने बताया।
एक पार्क में तीन सुन्दर कन्याएं घास पर बैठकर बातें कर रही थी । उनमें से एक अंधी थी, दूसरी लंगडी और तीसरी गंजी । एकाएक अंधी ने जोर से कहा, ''वाह ! कितना सुन्दर फूल खिला है वहाँ पर !
लंगडी ने जवाब दिया, ''रुक, मैं अभी दौडकर फूल तोड लाती हूँ।
गंजी फटके से बोली, ''लाकर मेरे सिर पर लगा देना।
खूबसूरत हसीना अपनी मोपेड़ पर सवार होकर बीच सड़क से गुजर रही थी । एकाएक उसके सामने एक गंजा व्यक्ति सायकल पर सवार आ टपका।
खूबसूरत हसीना ने मोपेड़ रोकने की बहुत कोशिश की पर अंतत: वह गंजे की सायकल से जा टकराई । गंजा गरजकर बोला, '' दिखता नहीं है क्या ? गाड़ी सिर पर चढाने का विचार है ?
हसीना ने जवाब दिया, '' मोपेड़ तुम्हारे सिर पर चढाकर नीचे फिसलकर गिर जाने का मेरा कोई इरादा नहीं है !!
एक आजन्म कुंआरे पुरुष ने अपनी संतुष्टिपूर्ण एवं खुशहाल आबाद जिन्दगी से किनारा करने के पूर्व अपनी वसीयत लिखी। उसने बेहद सोच-समझकर अपनी लाखों की जायदाद का अधिकांश हिस्सा उस लड़की के नाम कर दिया जिसने कि उसके साथ तीस वर्ष पूर्व शादी करने से इनकार कर दिया था एवं जिसके बाद ही उसने आजन्म कुंआरा रहने की कसम खाई थी।
वसीयतनामा के नीचे उसने यह लिखा 'मैं आपके प्रति कृतज्ञ हूं। आपके ना करने के कारण मुझे ज्ञात हुआ कि जिन्दगी पत्नी की बंदगी के बिना कितनी रंगीली है।
फुटपाथ पर भीड थी । पहलवान अपने दिलचस्प कारनामों को दिखाकर बेशुमार
तालियाँ बटोर रहा था। उसका अगला कारनामा था - 'नीबू निचोड - 2001,....
उसने पूरी ताकत लगाकर इस कदर नीबू को निचोड डाला, कि उसमें रस का एक
कतरा भी नहीं बचा। उसने सबको चैलेंज किया - तुममें से अगर कोई इस नीबू से अब एक बूँद भी निकाल कर बता देगा, तो मैं आजीवन उसकी गुलामी करूँगा।
भीड में से एक दुबले से सज्जन निकले और नीबू हाथ में लेकर उन्होंने एक नहीं, पाँच बूँदें टपका दीं । यह देख पहलवान पसीना-पसीना होकर बोला - 'भाई ! आप कौन
हैे?
सज्जन बोले - 'जी....इनकम टैक्स ऑफिसर ।
दो युवा स्टेनोग्राफर अपने किसी सहकर्मी पुरुष के बारे में बातें कर रही
थीं।
एक बोली - 'वह कपड़े कितने अच्छे पहनता है।
दूसरी बोली - 'हाँ, और कितनी जल्दी से पहनता है।
munneraja
23-11-2010, 02:37 PM
एक हिंदी साहित्य के शिक्षक का विवाह हुआ
सुहागरात को उसने पत्नी के गुण का बखान यों शुरू किया
प्रिये आज से तुम ही मेरी सरस्वती हो, लक्ष्मी हो, उर्वशी हो, पूजा हो, अर्चना हो, अन्नपूर्णा हो...
पत्नी ने सोचा कि ये इतने सारी लड़कियों के नाम लेकर चिढ़ा रहा है, तो ले मैं कौन सी कम हूँ .....
तो पत्नी बीच में ही बोली तुम भी मेरे राजेश हो, नीरज हो, अनिल हो, सिकन्दर हो, शाम हो ......
एक अमेरिकी फौजी छुट्टी पर घर आया तो अपनी पत्नी जूली को बाँहों में
भरकर बोला - 'मेरी परी ! मेरी र!!
मामूली शक्ल-सूरतवाली जूली ने कहा - मैं समझ गई ! आप ये खिताब
मुझे इसलिए दे रहे हैं, क्योंकि मैं ब्यूटी पार्लर में पाँच घंटे गुजार कर आ
रही हूँ।
फौजी बोला - नहीं प्रिये, इसकी वजह यह है कि मैं घर से दूर वियतनाम
में पाँच बरस गुजार कर आ रहा हूँ।
पति जलता-भुनता आया और पत्नी से बोला - 'हमें यह फ्लैट बदलना पड़ेगा। क्योंकि चौक में खड़ा मकान मालिक का लड़का, जोर-जोर से कह रहा है कि एक को छोड़कर इमारत की हर औरत के साथ वह जन्नत की सैर कर चुका है।
पत्नी ने सोचकर कहा - 'वह जरूर बीस नंबर के फ्लैट वाली निगोडी शकुंतला होगी।
बेटी (अपनी मां से)- मां, मैं अमर से शादी नहीं करुंगी।
मां- क्यों बेटी, क्या तेरी नजर में कोई और है?
बेटी- हां मां, लेकिन अभी फैसला नहीं किया है।
मां- क्या कोई परेशानी है?
बेटी- मां, मेरे प्रेमी को तो स्वर्ग-नरक में विश्वास ही नहीं है।
मां- घबरा मत बेटी, तू पहले उससे शादी कर ले। शादी के बाद उसे अपने आप स्वर्ग- नरक में विश्वास हो जाएगा।
एक मित्र दूसरे मित्र से- तुम्हारे पिताजी क्या काम करते हैं?
दूसरा मित्र- लोगों से सुख-दु:ख बांटते हैं।
पहला मित्र- वो क्या सामाजिक कार्यकर्ता हैं?
दूसरा मित्र- नहीं, डाकिया हैं।
तीन गप्पोडी सड़क पर खड़े होकर बातें कर रहे थे।
पहला बोला - मेरे पिताजी बहुत बडे तैराक हैं, वो चार घंटे तक पानी के अंदर ही तैर सकते हैं।
दूसरा बोला- बस इतनी सी बात, मेरे पिताजी तो पूरे दिन पानी के अंदर तैर सकते हैं।
तीसरा बोला- क्या बच्चों जैसी बात कर रहे हो, मेरे पिताजी तो चार साल पहले गए थे पानी के अंदर तैरने और अभी तक ऊपर नहीं आए हैं।
एक जानी-मानी महिलावक्ता महिला उत्थान के संबंध में भाषण दे रही थीं। वो जोश में कहने लगीं- मैं पूछती हूं, यदि स्त्री न होती तो ये पुरूष कहां होते?
पीछे से आवाज आई - स्वर्ग में।
एक साहब ने अपने दोस्त से कहा - क्यों भई, तुम्हारे घर में तो नौकरानी थी। पहले वही कपड़े धोती थी, आज तुम कैसे खुद कपड़े धो रहे हो?
मैंने उससे शादी कर ली है। दोस्त ने जवाब दिया।
बच्चों के स्कूल के पास तो बोर्ड लगा हुआ है - कृपया गाड़ी धीरे चलाइए। स्कूल है।
पर महिला कॉलेज के सामने कोई बोर्ड नहीं है। हमारे अधिकारी समझदार हैं। उन्हें पता ही है कि इस इलाके में गाड़ी अपने आप ही धीमी गति से चलने लगती है।
एक लड़की(अपनी मां से) - मम्मी...बहुत सारे लोग अपनी कार के पीछे लाल रंग से अंग्रेजी का 'एल शब्द क्यों चिपका देते हैं। मां ने जवाब दिया- बेटा, क्योंकि वो कार चलाना सीख रहे होते हैं। लड़की तुरंत जाकर अपने छोटे भाई की पीठ पर लाल रंग से 'एल लिखकर चिपका देती है। क्योंकि उसका भाई भी चलना सीख रहा था।
एक आदमी ने एक धनी विधवा औरत से शादी कर ली तो उसके एक दोस्त ने उसकेकान में कहा - मैं तुम्हारी बात नहीं समझ सकता, यार। माना कि यह बहुत धनी महिला है। मगर शादी सिर्फ पैसों के लिये तो नहीं की जाती। इतनी बड़ी और बदसूरत औरत से शादी करना कोई बुध्दिमता की बात नहीं है। इस बेचारी के मुंह में तो दांत भी नहीं है।
वह व्यक्ति बोला - यार, यह बात कान में कहने की क्या जरूरत है ? जोर से खुल कर बोलो, वह बेचारी सुनती भी ऊंचा है।
ग्राहक ने होटल के बेयरे से कहा- मैं तुमसे साफ-साफ कह देता हूं कि मैं इस कमरे में नहीं रह सकता। क्या तुमने मुझे जानवर समझ रखा है, जो इस कबाडखाने में ठहरा रहे हो, जिसमें केवल एक स्टूल पड़ा हुआ है। शायद तुम यह समझते हो कि मैं पहली बार शहर आया हूं, इसलिए तुम मुझे उल्लू बनाने की कोशिश कर रहे हो।
बेयरा तनिक झुंझलाकर बोला - जनाब, यह आपका कमरा नहीं लिफ्ट है।
एक महिला ने अपनी पड़ोसन से बेहद भेद-भरे स्वर में अपना दु:ख बताते हुए कहा- बहन, मेरा शौहर हर शाम को घर आता है तो मुझे उसकी शर्ट पर कभी गुलाबी, कभी सुर्ख निशान नजर आते हैं। वह भी शर्ट के कंधों और कालर पर। जब मैं अपने शौहर से इस बारे में पूछताछ करती हूं तो वह हमेशा टालते हुए कहते हैं - यह टमाटर की चटनी के दाग हैं। तुम ही बताओ बहन, अगर तुम्हारा शौहर ऐसा करे तो तुम क्या करोगी?
दूसरी महिला ने ताव में भरकर कहा -सबसे पहले तो मैं उस टमाटर को तलाश करूंगी।
एक ही चाल में रहने वाली सात स्त्रियों में झगडा हो गया और इस सीमा तक बढा कि मामला अदालत तक जा पहुंचा। जब मुकदमें में आवाज लगी तब सबने जज के सामने भीड लगा ली, और अपनी-अपनी कहने लगीं। कुछ क्षणों के लिए जज भी बौखला गया। स्त्रियों की चीखो-पुकार वहां मचती रही। आर्डर-आर्डर ! जज ने हथौडा कई मेज पर मारा। जब शांति हो गई, तब जज ने कहा - सबसे पहले, सबसे अधिक आयु की स्त्री अपनी बात सुनाये। और मुकद्दमा समाप्त हो गया।
पहला कैदी - 'शक्लें भी खूब धोखा देती हैं, एक बार एक साहब मुझे दिलीप कुमार समझ बैठे।
दूसरा कैदी - 'ठीक कह रहे हो, मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ। मुझे देखकर एक साहब जवाहरलाल नेहरू का धोखा खा गए।
तीसरा कैदी - 'अजी यह तो कुछ भी नहीं। मैं जब चौथी बार जेल पहुंचा तो जेलर बोला- हेभगवान! तू फिर आ गया।
एक अभिनेत्री जो आवारगी के लिए मशर थी, अपने नए फ्लैट में पहुंची तो वहां एक नौजवान आवेश से उसे घूरता था। अभिनेत्री कुछ दिन तो देखती रही आखिर उससे रहा नहीं गया, उसने नौजवान से कहा - 'अगर तुमने कोई बदतमीजी की तो मैं अपने पति को बुला लूंगी।
नौजवान ने घबराकर पूछा - 'कहां हैं आपके पति? अभिनेत्री ने कहा - 'वे एक महीने से बाहर गए हैं।
एक युवती अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराने डॉक्टर के पास गई। डॉक्टर ने उसका चेकअप किया और कहा कि आप अपने पति को बता दीजिए कि वह पिता बनने वाले हैं।
'लेकिन मेरी तो शादी ही नहीं हुई। युवती ने जवाब दिया।
'तो ठीक है, आप अपने मित्र को बता दीजिए कि वह पिता बनने वाला है।
'मेरा कोई मित्र भी नहीं है।
'तो आप अपने पड़ोसी को बता दीजिए।
'मेरा कोई पड़ोसी भी नहीं है।
डॉक्टर झुंझला गया। बोला, 'ठीक है। आप अपनी मां को बता दीजिए कि ek naya avtar दोबारा आने वाले हैं।
दो दोस्त बहुत अर्से बाद एक-दूसरे से मिले।
एक ने पूछा- सुनाओ आजकल कैसी कट रही है।
खाक कट रही है, बेकार हूं, सरला भी कटी पतंग की तरह इधर-उधर डोलती फिरती है। लेकिन तुम सुनाओ?
खूब मजे से कट रही है। दूसरे ने कहा- आजकल मैं कटी पतंगें लुटता-फिरता हूं।
एक युवक बड़ा निराश दिखाई दे रहा था। एक मित्र के पूछने पर उसने बताया
'मैं बिजनेस के काम से बाहर गया तो परसों सवेरे मैंने अपनी पत्नी को तार
दिया कि मैं कल रात घर आ जाऊंगा और जब मैं लौटा तो देखा कि मेरी
पत्नी के बिस्तर पर एक पड़ोसी का लड़का...।
'मैं समझ गया। मित्र उसकी बात काटकर बोला - फिर क्या हुआ?
'मैं इस बारे में सलाह करने अपनी मां के पास गया। मैंने उन्हें सारी बात
बताई। सब सुनकर मां बड़ी देर तक चुप रही फिर बोली - 'हो सकता है उस
बेचारी को तुम्हारा तार न मिला हो।
टन्नू ने जंगल में शेर पर बंदूक तानी थी कि शेर ने फुर्ती से झपट्टा मारकर बंदूक दूर गिरा दी। एक झापड़ मारा टन्नू को और कहा-
'बोर्ड नहीं पढ़ा, कि यहाँ शिकार करना मना है।
टन्नू ने बोर्ड पढ़कर सॉरी कहा, और जाने लगा।
मगर शेर ने कहा ठहरो-
'अब मैं तुम्हारा शिकार करूँगा।
टन्नू ने कहा- 'ऐसा कैसे? बोर्ड पर तो मनाही लिखी है।
शेर लापरवाही से- 'लिखी होगी, बाश्शाओ। अपन तो अनपढ़ हैं।
हा-हा-हा!
और वह टन्नू पर टूट पड़ा।
तुम घोडे के बराबर नहीं दौड सकते हो?
लेकिन घोडा दौड में मुझसे आगे नहीं जा सकता।
ऐसा हो ही नहीं सकता।
क्यों नहीं हो सकता, मैं घोडे पर बैठा जो रहूंगा।
पापा बोले- 'बेटी, पिकनिक पर जरूर जाओ, पर अंधेरा होने से पहले घर जरूर लौट आना।
युवा बेटी ने कहा- 'ओह पापा! अब मैं कोई बच्ची थोडे ही हूं।
पापा बोले- 'बेटी, इसलिए तो कह रहा हूं।
जुगल ने अपनी प्रेमिका से कहा, 'मैं उस युवती से शादी करूंगा, जो मेहनती हो, सादगी से रहती हो, घर को संवारकर रखती हो, आज्ञाकारी हो।
प्रेमिका ने मुस्कुराते हुए बताया, 'मेरे घर आ जाना, ये सारे गुण मेरी नौकरानी में हैं।
एक बार एक आदमी के घर में चोरी हो गई। वह थाने में रिपोर्ट लिखाने गया। तब दरोगा ने पूछा-जब तुम्हारे यहां चोरी हुई थी तो कितना बजा था।
उस आदमी ने कहा कि साहब चार लट्ठ हम पर तथा एक लट्ठ हमारे भाई पर बजा था। दरोगाजी ने कहा- मैं पूछता हूं कि घडी में कितना बजा था?
साहब घडी में तो केवल एक ही लट्ठ बजा था, तभी टूट गई थी।
सुंदर युवती बनी-ठनी अपने पुरुष मित्र की बाट देख रही थी। जब वह आया तो उसका मुख दमक रहा था। वह बोला - आज हमारी रात्रि बड़ी मधुर बीतेगी। मैं खलनायक के तीन टिकट ले आया हूं।
निराश स्वर में युवती ने पूछा - तीन क्यों?
'तुम्हारे पिता, मां और भाई के लिए।
anjaan
24-11-2010, 02:31 PM
एक बार एक शहरी आदमी दरभंगा जाने के लिए दिल्ली से चलकर पटना पहुंचा और वहां उसने
एक व्यक्ति से पूछा- भाईसाहब, दरभंगा यही रास्ता जाता है? उस व्यक्ति ने जवाब दिया- तो?
फिर आगे मुजफ्फरपुर पहुंचकर उसने दूसरे व्यक्ति से यही प्रश्न किया। तो उसने भी वही जवाब
दिया- तो? दरभंगा पहुंचकर भी उसने यही प्रश्न तीसरे व्यक्ति से किया, तो वहां मिले व्यक्ति ने
जवाब दिया -भाई मेरे, यही दरभंगा है। इस पर शहरी आदमी ने राहत की सांस ली और उससे
पूछा- भाईसाहब, आप एक बात बताएंगे कि बिहार में सबको तो-तो की बीमारी है क्या?
तीसरा व्यक्ति- वो सब अनपढ़-गंवार होंगे।
शहरी- तो आप पढे-लिखे हैं।
तीसरा व्यक्ति- तो?
anjaan
24-11-2010, 02:32 PM
एक दिन उन्नीस सरदार वयस्क फिल्म देखने गए । टिकट लेकर वे सिनेमा हाल में घुसने के लिए लाइन में लग गए। टिकट जांचने वाला गिनते हुए एक-एक कर उन्हें प्रवेश देने लगा- 'एक.... दो.... तीन.... दस.... अठारह !
उन्नीसवें सरदारजी से उसने आश्चर्य से पूछा- 'क्यों सरदारजी, आज उन्नीस के उन्नीस सरदारों को एकाएक पिक्चर देखने की क्या सूझी ?
सरदारजी ने बडे ही भोलेपन से जवाब दिया- ' ओ जी बात ये है कि आपने ही तो पोस्टर पर लिखा हुआ है कि '18 से नीचे को प्रवेश नहीं मिलेगा!
इसलिए हम पूरे उन्नीस आए हैं।
anjaan
24-11-2010, 02:32 PM
एक जनरल स्टोर पर एक खरीददार ताश खरीदने के लिए गया।
उसने दुकानदार से पूछा- भाईसाहब, आपके पास ताश की गड्डी है क्या?
दुकानदार- हां है न, भैया।
खरीददार- ठीक है, एक गड्डी दे दो।
दुकानदार : क्यों, क्या खेलने लिए चाहिए?
खरीददार(खीझकर) : नहीं, दरअसल मैं घर बनवा रहा हूं और उसमें ईंट कम पड़ गई हैं
इसलिए ताश की गड्डी खरीद रहा हूं।
anjaan
24-11-2010, 02:33 PM
करनाल के एक सरकारी स्कूल की क्लास में-
मास्टरजी ने एक बच्चे से सवाल किया- 'क्यूं रे मांगीलाल, तू तीन दिन स्कूल क्यों नहीं आया?
मांगीलाल- मास्टरजी हमारी गाय ने बछड़ा दिया था।
मास्टरजी, इस को कोई खास वजह नहीं मानते हुए गुस्साकर कहा- 'इसमें क्या खास बात है?
मांगीलाल बोला- 'खास बात नहीं है तो तू दे के दिखा दे ना।
anjaan
24-11-2010, 02:34 PM
'वेलेन्टाइन-डे 14 फरवरी यानी प्रेमियों के मिलने का दिवस और 'बाल दिवस 14 नवंबर यानी बच्चों का दिवस। दोनों दिवसों के मध्य में 9 महीने का अंतर है।
anjaan
24-11-2010, 02:34 PM
'मैं ऐसी लड़की से शादी करना चाहता हूं- एक युवक बोला- 'जो किचन में कंजूसी से काम ले, ड्राइंग रूम में रईसी दिखाए और बैडरूम में तजुर्बेकार वेश्**ओं को मात कर दे
अंत में उसकी जिस लड़की से शादी हुई, उसमें ये तीनों गुण थे, लेकिन इस क्रम में नहीं उसकी बीवी किचन में रईसी दिखाती थी, ड्राइंग रूम में तजुर्बेकार वेश्**ओं को मात कर देती थी और बैडरूम में कंजूसी से काम लेती थी
एक मच्छर ने दूसरे मच्छर से कहा- 'देख यार कमाल हो रहा है। चूहेदानी में चूहा है, साबुदानी में साबुन है और मच्छरदानी में आदमी सो रहा है।
गली के दो बच्चों में परम्परागत तकरार चल रही थी।
'मेरे पापा तुम्हारे पापा से अच्छे हैं
'नहीं हैं
'मेरा भाई तुम्हारे भाई से अच्छा है
'नहीं है
'मेरी मां तुम्हारी मां से ज्यादा अच्छी है
'हां, यह हो सकता है। मेरे पापा भी यही कहते हैं।
फोटोग्राफर- 'श्रीमती जी, क्या आप तस्वीर खिंचवाने को बिलकुल तैयार हैं? मैं तस्वीर लूं? अच्छा, एक...दो...
बीच ही में श्रीमती जी बोल उठीं- 'जरा ठहरिए, मैं कपड़ों में थोड़ा सेंट लगा आऊं ।
यातायात के नियमों को तोडकर सड़क पार कर रही बूढ़ी औरत को रोक कर पुलिसकर्मी ने कहा- 'मैं कब से सीटी बजा रहा हूँ। तुम रुकी क्यों नहीं?
बूढ़ी औरत बोली - 'बेटा, तुम्हीं बताओ, भला यह उम्र सीटी सुनकर रुकने की है?
अगर दुनिया में कुछ कर दिखाना है तो मेरी बात मान
हाथी के ऊपर शीर्षासन करके फोटो खिंचवा
उस फोटो को उल्टा लटका और दुनिया को दिखा
दो मनचले सड़क पर गाते चल रहे थे 'देखा है पहली बार, साजन की ऑंखों में प्यार। तभी वहाँ से एक मोटा आदमी साइकिल पर निकला तो उनमें से एक ने गाया 'देखा है पहली बार, साइकिल पे हाथी सवार।
एक फौजी अफसर ने मेज पर रखे हुए बिस्कुट के डिब्बों की तरफ इशारा करते हुए अपने सिपाहियों से कहा - जवानो, इन पर इस तरह टूट पड़ो, जैसे लडाई में दुश्मन पर टूटते हैं।
यह सुनते ही सिपाही बिस्कुटों पर टूट पड़े और उन्हें खाने में जुट गए। लेकिन एक सिपाही कुछ बिस्कुट खाता, कुछ अपनी जेब में रखता जा रहा था। अफसर ने उसे देख लिया।
पूछा - नौजवान, ये क्या कर रहे हो?
दुश्मनों को कैदी बना रहा हूं सर- जवान ने जवाब दिया।
सेना का एक जवान अपने अधिकारी से आठ दिन की छुट्टी माँगने गया तो अधिकारी ने उसे टालने की गरज से कहा 'जाओ पहले दुश्मन की सेना का एक टैंक ले आओ
दूसरे दिन जवान सचमुच दुश्मन का एक टैंक लेकर आ गया, इस पर अधिकारी ने आश्चर्य में भरकर पूछा 'ये तुमने कैसे किया?
'इसमें कौन सी बड़ी बात है, जवान ने सरलता से कहा 'जब उन्हें आठ दिन की छुट्टी चाहिए होती है तो वे हमसे टैंक ले जाते हैं।
मम्मी (राजू से) : बेटे, टिकट लगा कर चिट्ठी को लेटर बाक्स में डाल आए हो न?
राजू : मम्मी, टिकट खरीदने की जरूरत ही नहीं पड़ी।
मम्मी : क्यों?
राजू : क्योंकि लेटर बाक्स की ओर कोई देख नहीं रहा था इसलिए मैं ने बिना टिकट लगाए चिट्ठी उस में डाल दी।
प्रेमिका से भेंट होने पर प्रेमी बोला - आज मैं अपने ड्राइवर की छुट्टी कर रहा हूं। उसने मुझे तीन बार मौत के मुंह में पहुंचा दिया।
छोड़ो प्यारे। प्रेमिका ने कहा - उसे एक मौका और दो बेचारा बीबी बच्चों वाला है।
एक युवती ने अपनी शादीशुदा सहेली से पूछा ''क्या तुम्हारे पति अब भी तुम्हें काटते हैं?
''नहीं। सहेली ने कहां।
''क्यों? क्या वे अपनी पुरानी आदत भूल बैठे ? युवती ने पूछा।
''नहीं, बल्कि दांत खो बैठे हैं। सहेली ने जवाब दिया।
एक पागलखाने के वार्डन ने रात में देखा कि एक पागल कुर्सी पर बैठा किताब पढ़ रहा था और उसका जोडीदार दूसरा पागल छत के साथ लटकते बिजली के बल्ब के करीब से तार को पकडे लटका हुआ था।
ये तुम्हारा साथी - उसने किताब पढ़ते पागल से पूछा - ऊपर क्यों टंगा हुआ है? किताब वाला बड़ी संजीदगी से बोला - अपने आप को बिजली का बल्ब समझ रहा है। और तुम इतनी तन्मयता से किताब पढ़ रहे हो। जी हां। कमाल है। इसे कहो नीचे उतरे। नहीं, नहीं। मैं ऐसा नहीं कह सकता। आप भी मत कहना। ये नीचे उतर आया तो मैं किताब कैसे पढूंगा।
jalwa
24-11-2010, 10:41 PM
हा हा हा
मित्र अनजान जी, और राजू जी. आप दोनों नें इस सूत्र में योगदान करके समां बाँध दिया. मित्रों कृपया जारी रखो और यूँ ही गुदगुदाते रहो.
एक बेरोजगार युवक नौकरी के लिए एक कंपनी के मैनेजर के पास गया और बोला- 'सर आप मुझे महीने के एक लाख रुपए वेतन, एक फ्लैट, एक कार दे सकते हों तो मैं नौकरी के लिए तैयार हूँ।
मैनेजर बोला- 'मैं आपको दो लाख रुपए वेतन, दो कार, दो फ्लैट दूँगा।
यह सुनकर युवक बोला- 'सर, आप मजाक तो नहीं कर रहे हैं?
मैनेजर ने कहा- 'श्रीमानजी, शुरुआत तो आपने ही की थी।
एक हत्यारे को मौत की सजा सुनाई गई। इलेक्ट्रिक चेयर पर बैठाकर बटन दबाने से पहले जल्लाद ने पूछा- 'भैया, तुम्हारी अंतिम इच्छा क्या है?
हत्यारे ने कहा- 'मेरी अंतिम इच्छा यही है कि बटन दबाने के बाद तुम मेरा हाथ पकड़ लेना, ताकि मैं छटपटाऊँ नहीं।
एक शराबी एयरपोर्ट के बाहर खड़ा था, तभी एक वर्दीधारी युवक वहाँ से गुजरा। यह
देखते ही शराबी ने कहा- 'अरे एक टैक्सी ले आ यार।
वर्दीधारी ने नाराज होते हुए कहा- 'दिखता नहीं, मैं पायलट हूँ, टैक्सी ड्राइवर नहीं।
यह सुन शराबी ने कहा- 'तो नाराज क्यों होते हो यार, एक हवाई जहाज ही लाओ,
उसी में चलते हैं।
पत्र लिखते-लिखते पतिदेव रुक गए और चिंतित मुद्रा में इधर-उधर देखने लगे। पत्नी ने उन्हें चिंतित देखकर पूछा- 'आप अचानक ही चिंतित क्यों हो उठे?
'अभी-अभी वह मेरी जुबान पर था... गायब हो गया। पति ने बताया।
'परेशान क्यों होते हो, जरा फिर सोचिए, वापस आ जाएगा। पत्नी बोली।
'कैसे वापस आएगा, वह लिफाफे पर लगाने का टिकट था। पति ने अफसोस से कहा।
दो दोस्त स्कूल देर से पहुँचे तो टीचर ने उनसे कहा- 'विजय, तुम लेट क्यों आए?
विजय- 'मेरे पाँच रुपए रास्ते में गिर गए थे तो मैं उन्हें ढूँढ रहा था।
टीचर- 'और अजय तुम देर से क्यों आए?
अजय- 'क्योंकि मैं विजय के पाँच रुपए के ऊपर खड़ा था।
पिंटू- 'यदि तुम्हारे पास एक कोरा कागज है तथा तुम्हें एक और कोरे कागज की आवश्यकता पड़े तो क्या करोगे?
चिंटू- 'उस कोरे कागज की फोटोकॉपी करा लूँगा।
जेलर (कैदी से)- 'तुम किस अपराध में जेल आए हो?
कैदी- 'सरकार से कॉम्पिटिशन हो गया था।
जेलर- 'किस बात का?
कैदी- 'नोट छापने का।
दो मित्र आपस में बात कर रहे थे। एक मित्र ने कहा- 'यार, जब मैं सूट पहनकर
सब्जी लेने जाता हूँ तो दुकानदार मुझे महँगी सब्जी देता है और जब गंदे कपड़े पहनकर जाता हूँ तो सस्ती देता है।
दूसरे मित्र ने सुझाव दिया- 'यार तुम कटोरा लेकर जाया करो, मुफ्त में ही दे देगा।
एक व्यक्ति कान में वॉकमेन लगाए गाने सुनने में मग्न था। इतने में फोन की घंटी बजी।
पास बैठी पत्नी ने इशारे से कहा- फोन उठाओ। व्यक्ति ने फोन उठाकर दो-तीन बार हेलो कहा। फिर खीजकर कहा- 'अबे कुछ बोलेगा भी, बस फिल्मी गाना गाए जा रहा है।
पति- 'मुन्ना रो रहा है, उसे चुप कराओ।
पत्नी- 'तुम ही चुप करा दो, मैं इसे दहेज में नहीं लाई थी।
पति- 'मैं भी इसे बारात में नहीं ले गया था।
एक शराबी अखबार पढ़ रहा था। अचानक उसे लगा कि वह चश्मा लगाना भूल गया
है। उसने घर में चश्मा ढूँढना शुरू किया। उसकी नजर घर के आईने पर पड़ी। वह
चिल्लाकर पत्नी से बोला- 'मेरा चश्मा किसने आईने पर चिपका रखा है।
रीना अपनी सहेली से- 'क्या बात है तुम्हारे भैया दिन-ब-दिन गोरे होते जा रहे हैं?
सहेली- 'दरअसल बात यह है कि पहले मेरे भैया कोयले की दुकान चलाते थे, लेकिन आजकल उन्होंने आटा चक्की लगा ली है।
एक फिल्म का प्रीमियर शो खत्म होने पर निर्माता ने एक पत्रकार से पूछा- 'कहानी में आपको क्लाइमेक्स कहाँ नजर आया?
पत्रकार का जवाब था- 'जब परदे पर शब्द उभरते हैं- द एंड।
एक आदमी दूसरी मंजिल से नीचे गिर गया। जब उसे होश आया तो उसके आसपास
भीड जमा हो गई थी। लोगों ने पूछा क्या हुआ?
वह आदमी बोला- 'मुझे क्या पता, मैं तो अभी-अभी आया हूँ।
एक भिखारी ने ट्रेन में खड़े सज्जन से कहा- 'भगवान के नाम पर पैसा दे दे बाबा।
सज्जन- 'छुट्टे नहीं हैं।
भिखारी- 'कितने के छुट्टे चाहिए, पाँच सौ के या सौ रुपए के।
सज्जन बोले- 'अरे, यदि पाँच सौ रुपए के छुट्टे तेरे पास हैं तो भिखारी कौन है।
एक आदमी (भिखारी से)- 'अगर तुम्हारी लॉटरी लग जाए तो तुम क्या करोगे?
भिखारी- 'एक कार और चाँदी का कटोरा खरीदूँगा, फिर कार में बैठकर भीख माँगा करूँगा।
सारा दफ्तर जान गया था कि उनकी पत्नी का नाम शांति था और सेक्रेटरी का नाम दया था। जो भी आता, हकलाता वे कहते बात क्या हैं फरमाइए दबे स्वर में कहते वे
अजी, आपका काम शांति से चलता रहे हमें तो बस आपकी दया चाहिए।
एक बच्चा दौडा-दौडा घर आया और अपने दार्शनिक मुद्रा में रहने वाले पिता से
बोला- 'पिताजी, मुझे वह गाली देता है।
पिता (सोचते हुए)- 'बेटा, कुछ देता ही है न, लेता तो नहीं।
एक महाकंजूस रुपया बचाने के चक्कर में अपने घर की छत की मरम्मत खुद ही करने लगा। अनुभवहीनता के कारण वह छत से फिसल गया। जब वह नीचे गिर रहा था तो बीच में रसोईघर की खिड़की पड़ी। उसे देखकर उसने जोर से चिल्लाते हुए अपनी पत्नी से कहा- 'आज मेरे लिए खानामत पकाना।
एक लेखक ने अपनी पुस्तक पत्नी को समपत करते हुए लिखा- 'अपनी पत्नी को, जिसकी अनुपस्थिति के कारण ही यह पुस्तक लिखी जा सकी।
एक साहब ने कपड़े की नई दुकान खोली थी। उन्होंने एक रात सपने में देखा कि एक ग्राहक बीस गज कपड़ा माँग रहा है। खुश होकर उन्होंने कपड़ा फाड़ना शुरू कर दिया। तभी पत्नी जाग गई और चिल्लाई, 'क्या कर रहे हो? मेरी साड़ी क्यों फाड़ रहे हो? वे नींद में बडबड़ाने लगे- 'कमबख्त बीवी! दुकान में भी पीछा नहीं छोड़ती।
माँ ने गुस्से से भरकर कहा- 'तुम्हें वह मद्रासी लिंगास्वामी चूम रहा था और तुम चुप खड़ी यह सब सहती रहीं, उसे मना क्यों नहीं किया?
'दरअसल, मैं समझ नहीं पा रही थी कि कैसे मना करूं, क्योंकि मैं तो मद्रासी भाषा जानती नहीं - बेटी ने जवाब दिया।
एक पादरी, वकील और तकनीशियन को विद्रोह के कारण मौत की सजा मिली। जब अपराधियों ने आखिरी ख्वाहिश कि प्रथा बताई तो उन्हें गर्दन ऊपर और नीचे रखने के विकल्प मिले। पादरी ने ऊपर देखना स्वीकारा ताकि भगवान को देख सके और जैसे ही बटन दबाया गया तो आरी गर्दन से सिर्फ 2 इंच ऊपर रूक गई। अधिकारियों ने इसे ईश्वर की मर्जी समझ कर उसे छोड़ दिया। वकीन ने भी ऊपर देखा और जब आरी रूकी तो वह बोला 'कानूनन एक व्यक्ति को दो बार सजा नहीं दी जा सकती और वो भी छूट गया। तकनीशियन ने यही चूज किया। जब बटन दबाया जा रहा था तो वो चिल्लाया एक मिनट रूको! अगर आप उस हरे और लाल तार को आपस मे बदल देंगे तो काम हो जाएगा।... और काम तमाम हो गया।
एक आशिक मिजाज सौदागर जब माल की खरीददारी के दौरे से बहुत दिनों तक न लौटा और पत्नी को हर पत्र में यही लिखता रहा कि बडे जोर-शोर से खरीददारी कर रहा हूं, इसलिए जल्दी नहीं लौट सकता, जिससे पत्नी ने तंग आकर उसे तार भेजा, जिसमें लिखा था- 'तुरंत लौटो, नहीं तो आप वहां खरीद रहे हैं, मैं यहां बेचना शुरू कर दूंगी।
बंता (संता से) - तुम इतने दिनों तक कहां थे?
संता (बंता से) - मैं श्रमदान करने गया था।
बंता (संता से) - मैं समझा नहीं।
संता (बंता से)- दरअसल मुझे छह महीने का सश्रम कारावास मिला था।
संता सिंह एक बार ट्रक लेकर कहीं जा रहे थे। रास्ते में उनका ट्रक खराब हो गया। संता ने ट्रक ले जाने के लिए एक दूसरे ट्रक की व्यवस्था की और अपने ट्रक को खींचकर गैराज ले जाने लगे। रास्ते में एक ढाबे पर बंता सिंह दिखाई दिए। बंता, संता सिंह को ट्रक ले आते देख जोर-जोर से हंसने लगा। संता ने गुस्से में पूछा, अबे कभी तूने ट्रक नहीं देखा क्या? 'ट्रक तो देखा है, लेकिन ऐसा पहली बार देखा है कि दो ट्रक मिलकर एक रस्सी को ले जा रहे हैं। बंता ने जवाब दिया।
संता सिंह (प्रीतो से)- जानती हो, जितनी देर में मैं एक सांस लेता हूं,
उतनी देर में देश में एक नया बच्चा जन्म लेता है।
प्रीतो (आश्चर्य से)- हाय राम, तब तुम अपनी यह हरकत छोड़ क्यों नहीं देते?
देश की आबादी पहले से ही इतनी बढी हुई है।
संता (प्रेमिका से)- तुम्हें संगीत का शौक है?
प्रेमिका (संता से)- हां।
संता (प्रेमिका से)- कौन-सा वाद्ययंत्र बजाती हो?
प्रेमिका (संता से)- ग्रामोफोन।
संता ट्रेन से कहीं जा रहा थे। उसके हाथ में एक दूरबीन थी। वह खिड़की से लगातार बाहर तो झाँक रहा था लेकिन दूरबीन कभी नहीं लगाता था। उसके साथ के एक यात्री ने पूछा कि भाई साहब, यह दूरबीन किस काम की है? संता सिंह ने कहा कि इससे दूर की चीजें दे खी जाती हैं।
यात्री को बड़ी उत्सुकता हुई। उसने पूछा कि आप यह दूरबीन क्यों लिए हुए हैं।
'दरअसल मैं अपने एक दूर के रिश्तेदार को देखने जा रहा हूं।
टीचर : खरगोश के दो जोड़ और दो जोड़ और दो जोड़ मिलाकर कितने हुए।
संता : सात।
टीचर : ठीक से सुनो, खरगोश के दो जोड़ और दो जोड़ और दो जोड़ मिलाकर कितने हुए।
संता : सात।
टीचर : अच्छा। बियर की बॉटल के दो जोड़ और दो जोड़ और दो जोड़ मिलाकर कितने हुए।
संता : छह।
टीचर : तो फिर खरगोश के तीन जोड़ मिलाकर छह क्यों नहीं हुए?
संता : क्योंकि एक खरगोश पहले से ही मेरे पास है।
हिन्दोस्तान से ताजा-ताजा विलायत पहुंचा एक पंजाबी जाट लंदन के एक रेस्टोरेंट में वेटर की नौकरी पर लगा। वहां उसे काम करते कुछ ही दिन हुए थे कि एक रोज मैनेजर ने उसे अपने ऑफिस में बुलाया और बताया कि पंजाब से उसके भाई का फोन था। वेटर ने फोन रिसीव किया और काफी देर टूटी-फूटी अंग्रेजी में अपने भाई से बात करता रहा। आखिरकार उसने फोन रखा तो मैनेजर ने उससे पूछा - अपने भाई से अंग्रेजी में बात क्यों की? अपनी जुबान में क्यों नहीं की?
साहब जी - वेटर हकबकाया-सा बोला - अब मुझे क्या मालूम था कि आपका टेलीफोन पंजाबी भी बोलता है।
एक सरदारजी एक 25 मंजिला भवन की छत पर बैठे थे, तभी एक आदमी हांफता हुआ आया और कहने लगा कि 'संतासिंह आपकी पोती मर गई। सरदारजी ये खबर सुनकर बहुत हताश हो जाते हैं और बिल्डिंग से कूद पड़ते हैं। जब वो 20वीं मंजिल तक पहुंचते हैं तो उन्हें ख्याल आता है कि उनकी तो कोई पोती ही नहीं है। 10वीं मंजिल आने पर ध्यान आता है कि उनकी तो शादी ही नहीं हुई है और जैसे ही जमीन पर गिरने वाले होते हैं कि ख्याल आता है कि उनका नाम तो संतासिंह है ही नहीं।
संतासिंह, उनका एक जापानी मित्र और एक ब्रिटिश घूमते हुए निर्जन टापू पर पहुंच जाते हैं। चलते-चलते उन्हें एक चिराग मिलता है। जापानी चिराग को घिसता है तो उसमें से एक जिन्न बाहर आता है। जिन्न कहता है कि मैं आप तीनों की एक-एक इच्छा पूरी करूंगा।
जापानी कहता है कि मैं अपने घर वापस जाना चाहता हूं। जिन्न हाथ घुमाता है और वो घर पहुंच जाता है। ब्रिटिश भी अपने घर जाने की इच्छा रखता है और वह भी घर पहुंच जाता है। संतासिंहजी सोच में पड़ जाते हैं और अपनी इच्छा बताते हुए कहते हैं कि भई, उन दोनों के जाने से मैं तो अकेला पड़ गया, तुम ऐसा करो उन दोनों को वापस बुला लो। जिन्न हाथ घुमाता है और वो दोनों वापस आ जाते हैं।
संतासिंह और बंतासिंह दोनों बहुत बडे दुश्मन थे। ये दोनों एक ही बिल्डिंग में रहते थे। बंतासिंह
सातवें माले पर रहता था और संतासिंह पहले। एक बार बिल्डिंग की लिफ्ट खराब हो गई।
बंतासिंह ने सोचा कि आज संता को सबक सिखाया जाए। उसने संतासिंह को फोन करके खाने पर बुलाया। बेचारा संतासिंह जैसे-तैसे सातवें माले पर पहुंचा और वहां जाकर देखा कि दरवाजे पर ताला लगा है और लिखा था कि 'कैसा उल्लू बनाया। संतासिंह को ये देखकर बहुत गुस्सा आया। उसने उस नोट के नीचे लिखा- 'मैं तो यहां आया ही नहीं था।
एक रात को संतासिंह सो रहे थे कि एक मच्छर उनके कान के पास आया और गुनगुन करने
लगा। इससे संतासिंह की नींद खुल गई। फिर जैसे ही वो सोने की कोशिश करते मच्छर उनके
कान के पास आवाज करने लगता। संतासिंह को बहुत गुस्सा आया और उन्होंने मच्छर को पकड़
लिया। मच्छर मर गया लेकिन उसमें से खून नहीं निकला। संतासिंह बोले- सो जा मच्छर बेटे, सो जा।
थोडी देर बाद उन्हें लगा कि मच्छर गहरी नींद में सो चुका है तो वे उसके पास गए और उसके
कान के पास जाकर बोले- 'गुननननन-गुनननन।
एक द्वीप पर तीन आदमी फंसे हुए थे। उनमें एक मुस्लिम था, एक हिंदू और संतासिंह । तीनों
इसी सोच में थे कि 100 मील तक तैरकर घर तक कैसे पहुंचा जाए। मुस्लिम ने हिम्मत दिखाई और तैरता हुआ 50 मील का रास्ता पार कर लिया। लेकिन थकने के कारण वो डूब गया।
अब हिंदू ने सोचा कि चलो एक बार कोशिश करके देख लूं। वो भी करीब 75 मील तक तैरकर
डूब गया। दोनों के जाने के बाद संतासिंह बच गए। उन्होंने सोचा अब मैं अकेला यहां क्या
करूंगा मैं भी हिम्मत कर ही लूं। ये सोचकर उन्होंने पानी में छलांग लगा दी। 50 मील तैरने के बाद उन्हें लगा कि अब मैं थक गया हूं आगे बढूंगा तो डूब जाऊंगा ये सोचकर संतासिंह वापस द्वीप पर चले गए।
एक बार संतासिंह को 20 लाख की लॉटरी खुली। संतासिंह पैसे लेने लॉटरी वाले के पास गए।
नंबर मिलाने के बाद लॉटरी वाले ने कहा कि ठीक है सर हम आपको अभी 1 लाख रुपए देंगे
और बाकी के 19 लाख आप अगले 19 हफ्तों तक ले सकते हैं।
संतासिंह बोले- नहीं मुझे तो अपने पूरे पैसे अभी ही चाहिए नहीं तो आप मेरे 5 रुपए वापस कर दीजिए।
संता- मैं दुनिया के सारे अस्पतालों में होकर आ चुका हूं।
बंता- नहीं, तुम अभी तक एक अस्पताल में होकर नहीं आए होगे।
संता- हो ही नहीं सकता, तुम उस अस्पताल का नाम बताओ।
बंता- जनाना अस्पताल।
संता- अरे यार, वहां तो मैं पैदा ही हुआ था।
संता- अपने देश में मृत्यु की औसत दर क्या है?
बंता- शत-प्रतिशत।
संता- वह कैसे?
बंता- अपने देश में जो व्यक्ति पैदा होता है अंत में वह मर जाता है।
संता- तो फिर दुनिया की औसत मृत्यु दर क्या है?
बंता- छोड़ यार! मुझे केवल अपने देश की ही पता है।
संता- मेरी पत्नी रोज शिकायत करती है कि उसके पास घर में पहनने के लिए कपड़े नहीं है।
बंता- तो तुमने उसे कपड़े दिलवा दिए।
संता- नहीं, मैंने घर की खिडकियों पर कपड़े लगवा दिए।
संता सिंह (बंता सिंह से)- तुम्हारी छतरी में तो छेद है।
बंता सिंह - हां, पता है। और इसे मैंने ही किया है।
संता सिंह- लेकिन क्यों?
संता सिंह- अरे यार, जब बारिश बंद होती है तो पता चल जाता है ना।
संता (बंता से) : बड़ी परेशानी है।
बंता : क्या परेशानी है?
संता : यार, जब भी मैं सोकर उठता हूं, मुझे ऐसा लगता है कि सब कुछ घूम रहा है।
बंता : इतनी सी बात, एक काम किया कर, तू उठकर सो जाया कर।
संता : हमारे ऑफिस में कम्प्यूटर का डास से यूनिक्स में स्थानान्तरण नहीं हो रहा है।
बंता : शिफ्ट की का प्रयोग करके देखो।
संता : आप इन्टरनेट से किसी का भविष्य कैसे बता सकते है?
बंता : जो दस घंटे इन्टरनेट को देगा उसका भविष्य निश्चय ही अन्धकारमय है।
संता : हर टी वी के अन्दर कितनी वेबसाइट्स आ सकती है?
बंता : एक भी नही, क्यों कि वे सभी कम्प्यूटर के अन्दर आती है।
संता : मैं आज दस ई-मेल भेजने वाला हूं।
बंता : ठीक है, मैं उन्हें पोस्ट बाक्स में डाल आऊंगा।
संता : मैं हार्डवेअर इंजीनियर हूं।
बंता : ये कहो न कि तुम कम्प्यूटर के मैकेनिक हो।
संता : इन्टरनेट दुनियाभर के कम्प्यूटरों को एक-दूसरे से जोड़ता है।
बंता : अच्छा! लेकिन मुझे तो कहीं पर तार नजर नहीं आते।
संता : आदमी कम्प्यूटर का दीवाना क्यों होता है?
बंता : कन्ट्रोल की के कारण।
संता (बंता से) : तुमने सुना, मिसेज शर्मा की जुबान कल अचानक बंद हो गई।
बंता : मैं अभी अपनी पत्नी को उन्हें देखने के लिए भेजता हूं।
संता : क्या वे उनकी सहेली या रिश्तेदार हैं।
बंता : नहीं, लेकिन सोचता हूं। यदि यह छूत की बीमारी निकली तो मेरी आजादी का दिन नजदीक है।
संता- ''क्यों मित्र, तुम्हारे दांत कैसे टूट गए?
बंता- ''हंसने के कारण।
संता- ''हंसने के कारण?
बंता- ''हां यार, कल मैं एक पहलवान को देखकर हंस पड़ा था।
संता सिंह को मनोविज्ञान पढ़ने की सूझी। वह उसी में डूब गए। एक दिन उनका एक मित्र मिला। संता सिंह ने उससे कहा, 'मैंने सुना था कि तुम्हारा देहांत हो गया है।
मित्र ने कहा, 'लेकिन मैं तो तुम्हारे सामने जीवित खड़ा हूं।
'असंभव। जिसने मुझे यह बताया था, वह तुम्हारी तुलना में ज्यादा भरोसेमंद था। संता सिंह ने मनोविज्ञान बघारा।
भविष्यफल पढ़ते हुए विकास ने सत्यजीत से पूछा- 'तुम्हारा क्या विचार है, इस भविष्यफल के बारे में?
सत्यजीत- 'मैंने पिछले हफ्ते पढ़ा था कि इस माह आपके साथ ऐसी कुछ घटना होगी, जिससे आपकी बोलती बंद हो जाएगी।
विकास- 'तो क्या फिर वैसी कोई घटना हुई?
सत्यजीत- 'हाँ, मेरा मोबाइल गुम गया।
एक बार एक बहरा आदमी बस स्टेंड पर खड़े होकर दूसरे बहरे आदमी से पूछता है- भाईसाहब, क्या यह बस दिल्ली जाएगी?
इस पर दूसरे बहरे आदमी ने जवाब दिया-नहीं, यह बस दिल्ली जाएगी।
पहला बहरा आदमी- अच्छा, मैं सोच रहा था कि यह बस दिल्ली जाएगी।
एक बार चूहा हाथी के मोहल्ले में प्यार कर रहा था। तो उसे देखकर हाथी ने चूहे को धमकाया- ऐ चूहे की औलाद, मेरे मोहल्ले में ये प्यार करना छोड़ दे वर्ना मैं तुझे बहुत मारुंगा। हाथी की बात सुनकर चूहे ने जवाब दिया- अपने मोहल्ले मैं तो कुत्ता भी शेर होता है। मेरे मोहल्ले में आना तो बताऊंगा। हाथी बोला- ठीक है ऐसा ही करके देख लेते हैं। जब हाथी चूहे के मोहल्ले में गया तो तमाम चूहे तीर कमान लिए हुए बैठे थे। कुछ पेड़ पर भी चढे हुए थे। हाथी को देखकर उनका नेता बोला- मारो! मारो! चूहे की ललकार सुनकर हाथी ने कई चूहों को अपने पैर के नीचे कुचल कर मार डाला। हाथी ने पेड़ पर चढे चूहों को गिराने के लिए पेड़ पर टक्कर मारी तो एक चूहा छिटक एक उसकी पींठ पर गिर गया। उसे पींठ पर गिरे देखकर दूसरे चूहे ने उसमें जोश भरते हुए कहा- कुचल दे साले को। बच के ना जाने पाएएएएएए!
तीन मित्र अपनी-अपनी पत्नियों के बारे में बातें कर रहे थे।
पहला मित्र : मेरी पत्नी तो इतनी मोटी है कि यदि वह तांगे में बैठे तो तांगे के पहिये टूट जाते हैं।
दूसरा मित्र : मेरी पत्नी इतनी मोटी है कि वह रिक्शे में बैठे तो रिक्शा वाला चलाने से इन्कार कर देता है।
इस पर दोंनों की बातें सुन रहा तीसरा मित्र बोला: अरे मित्रों! क्या छोटी-मोटी बातें कर रहे हो। मेरी पत्नी तो इतनी मोटी है कि मैं उसका पेटीकोट लेकर धोबी के पास जाता हूं तो वह यह कहकर धोने से इन्कार कर देता है कि यहां पर तम्बू नहीं धोए जाते।
एक दो कवि बीच बाजार में लड पड़े। वहां पर डयूटी कर रहे हवलदार उन्हें देखा तो अपना बेंत जमीन में मारते हुए कडक आवाज में बोला-ये क्या हो रहा है? क्यों झगड रहे हो तुम दोनों?
इस पर पहला कवि बोला- हवलदारजी, इसने मुझे सरेआम झिंझोडा।
दूसरा कवि- नहीं, इसने मुझे नीबू की तरह निचोडा।
पहला कवि- इसने मेरा मुंह तोडा।
दूसरा कवि- इसने मेरा सिर फोडा।
उनकी बातें सुनकर झुंझलाकर हवलदार बोला- हे भगवान! जाओ मैंने तुम दोनों को छोडा।
एक संगीतकार का बच्चा (एक अभिनेत्री के बच्चे से) : मेरे एक भाई और दो बहनें हैं। तुम्हारे कितने भाई-बहिन हैं।
अभिनेत्री का बच्चा: मेरे भाई-बहिन तो नहीं हैं। हां, लेकिन मेरी माँ से सगे पापा और सगे पापा से चार मम्मियां जरुर हैं।
बेटा अपनी मां से- मम्मी रात को कैसी आवाजें आ रही थीं?
मां- बेटा, रात को आवाजें मत सुना करो, रात को उल्लू बोलता है।
बेटा- मम्मी रात में आप कहां चली जाती हैं मुझे बहुत डर लगता है।
मां- उल्लू को मारने, बेटा।
रवि : क्या तुमने इन्टरनेट में कोई अश्लील साईट देखी है?
राजू : नहीं, लेकिन तुम यह क्यों पूछ रहे हो !
रवि : तब तो ठीक है, मैं डर रहा था कि कहीं तुमने मेरी साईट तो नहीं देख ली।
दो मित्र कहीं जा रहे थे। एक मकान के निकट से गुजरे, तो एक मित्र ने दूसरे से कहा - सुना है इस मकान में भूत रहते हैं।
दूसरा बोला - सुना तो मैंने भी है। आओ, चलकर देखें।
उन्होंने दरवाजा खटखटाया तो थोडी देर बादएक व्यक्ति बाहर निकला और उसने पूछा - जी फरमाइए।
उन्होंने कहा - हमने सुना है कि इस घर में भूत रहते हैं।
वह व्यक्ति बोला - मुझे क्या मालूम? मुझे तो मरे हुए ही दस साल हो चुके हैं।
एक गांव में एक लड़का ऐसा था जिसे लोग 'डिप्लोमा के नाम से पुकारते थे। एक बार वहां पर शहर से एक सज्जन आया और लड़के का अजीबो-गरीब नाम सुनकर सरपंच से पूछने लगा, 'सरपंचजी, इसका नाम डिप्लोमा क्यों रखा गया है?
सरपंच ने अपना माथा पटककर उत्तर देते हुए कहा, ' मेरी छोरी कुछ महीने पहले गांव से शहर गई थी। कहती थी कि शहर से डिप्लोमा लेकर आएगी। कुछ महीनों बाद इसे ले आई!
ट्रेन में दो लडकियां आपस में बातचीत कर रही थीं।
पहली लड़की - 'क्या तुम्हें संगीत का शौक है?
दूसरी - 'बेहद! आई लव म्यूजिक।
पहली - 'अच्छा, तुम कौन-सा वाद्य बजाती हो?
दूसरी- 'ट्रांजिस्टर।
एक भिखारी दूसरे भिखारी से - यार! संसद में भीख मांगने मत जाना।
दूसरा भिखारी - लेकिन क्यों?
पहला भिखारी - क्योंकि वहां हमसे भी बडे भिखारी मौजूद हैं।
एक व्यक्ति ने सड़क पर दो मजदूरों को काम करते देखा।एक मजदूर दो-तीन फुट गहरा गङ्ढा खोदता है और आगे बढ़ जाता है। दूसरा पीछे से आकर उसी गङ्ढे को भर देता है। व्यक्ति आश्चर्य में पड़ गया। उसने उनसे पूछा कि आप लोग क्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम लोग सरकारी कर्मचारी हैं और अपना काम कर रहे हैं।
लेकिन आप तो एक गङ्ढा खोदते हैं और दूसरा उसे भर देता है। यह कौन सा काम हुआ?
मजदूर ने बताया 'आप नही समझेंगे।दरअसल हमारी तीन लोगों की गैंग है। मैं गङ्ढा खोदता हूं, दूसरा उसमें पौधा रख देता है और तीसरा उसे भर देता है। आज पौधे रखने वाला छुट्टी पर है।
शिल्पी (सुनीता से) - मेरे भाई ने अंग्रेजी के केवल दो ही अक्षर सीखे हैं और वह आज करोडपति है।
सुनीता - 'क्या थे वे अक्षर?
शिल्पी - 'हैंड्स अप।
सत्यपाल और मलिक के बीच मुकदमा चल रहा था। मलिक मुकदमा निबटाने से पूर्व अपने वकील से यह कहकर चला गया कि वह एक आवश्यक कार्य से बाहर जा रहा है, मुकदमे के निर्णय के बारे में उसे तार द्वारा सूचित कर दिया जाए।
दो दिन बाद उसे तार मिला - सत्य की विजय हुई।
उसने एकदम तार दिया - हाईकोर्ट में एकदम अपील दायर कर दो।
महिलाओं के एक क्लब में एक महिला ने अपने भाषण के दौरान कहा, अपने हाथ से रसोई बनाने में काफी बचत होती है।
आप ठीक कह रही हैं। जब से मैंने अपने हाथ से खाना बनाना शुरू किया है, तब से राजू के पापा की खुराक आधी हो गई है। श्रोताओं में बैठी एक महिला ने कहा।
डॉक्टर ने सलाह दी महाशय जी, यदि आप चाहते हैं आपका ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाए, तो तनाव को अपने से दूर रखिए।
महाशयजी बोले, मान ली आपकी बात ! आज ही मैंने अपनी बीवी से मायके जाने को कहता हूं।
एक पत्रिका के वधू चाहिए स्तम्ब में प्रकाशित विज्ञापन के जवाब में कोई पत्र नहीं आया।
दरअसल विज्ञापन में लिखा था।
'पच्चीस वर्षीय युवक के लिए एक ऐसी वधू चाहिए, जो विवाह के बाद भी सुसंस्कृत, सुशील, मिलनसार और मृदुभाषी बनी रहे।
दो dost आपस में बातें करते हैं । एक डींग मारकर बोलता है, ''जब मेरे दादाजी मरे थे तब उन्होंने एक करोड रुपए हमारे लिए छोड़कर कूच कर गए थे।
इस पर दूसरे ने उत्तर दिया, ''बस इतना ही ! मेरे दादाजी जब मरे थे तब उन्होंने पूरी दुनिया ही हमारे लिए छोड़ दी थी।
दो दोस्त आपस में बातें कर रहे थे । एक ने दूसरे से लंबी सांस लेते हुए कहा, 'क्या बताएं, आजकल दुनिया सिर पर चढी है । देखते-देखते गंजा हो गया !
दूसरे मित्र ने जवाब दिया, 'बस इतनी सी बात । सिर पर तेल लगाना शुरू कर दो । दुनिया आप-की-आप सिर से फिसल जाएगी ।
एक युवक को लन्दन में ऐसी चमत्कारी गोलियां मिलीं, जिसके सेवन से मनुष्य की उम कम हो जाती थी। उसने उन गोलियों का सेवन किया और एक शीशी भरकर अपनी मां के पास हिन्दुस्तान में भेज दीं। साथ में उसने चिट्ठी लिखी, 'मां मैं तुझे ये गोलियां भेज रहा हूं। एक गोली खाने पर तू फिर से युवती दिखने लगेगी।
कुछ महीनों बाद युवक लौटकर हिन्दुस्तान आया। वह घर पहुंचा। घर पर उसने अपने युवती में बदली हुई मां को देखा और पहचान लिया कि यह मेरी मां है। पर मां की गोद में लेटे बालक को वह पहचान नहीं पाया। पूछा, 'मां तेरी गोद में कौन सो रहा है ?
माँ ने बताया, 'बेटे, ये तेरे पिताजी हैं ..... इन्होंने गलती से दस गोलियां खा ली थीं।
एक पागल आदमी कुए के अन्दर झांककर चिल्लाता रहता है, ''पच्चीस ..... पच्चीस ....पच्चीस ....
एक सज्जन उसे बहुत समय तक देखता रहता है । उसे पागल व्यक्ति के ''पच्चीस..... पच्चीस कुछ समझ में नहीं आ रहे थे । वो उस व्यक्ति के पास जाता है । उसने पूछा, ''भाई ये कुए में झांककर पच्चीस-पच्चीस क्या चिल्ला रहे हो ? पागल उसे बोलता है, ''आप यहाँ आकर कुए में देखो तो आपको पता लग जाएगा।
सज्जन पास आता है और कुए में झांकते हुए झुक जाता है । पागल झट से उसको पीछे से लात मारकर कुए में ढकेल देता है। बाद में चिल्लाने लगता है, ''छब्बीस ...... छब्बीस ....... छब्बीस .....
राकेश पुस्तक मेले में गया । मेले में चुटकुले की किताब की तलाश में उसने सभी स्टाल छान मारे परन्तु उसे अपनी पसन्द की पुस्तक नहीं मिली ।
तभी मेले का आयोजक उसके पास आया और बोला,''जनाब, यहाँ पर इतनी अच्छी चुटकुले की पुस्तकें हैं कि सुनकर मुर्दा भी हँस पड़े ।
राकेश ने उत्तर दिया,'' साहब यही तो समस्या है । यदि मैं इसे खरीदकर अपनी सास को दूँ तो वह मेरा घर छोड़ने का नाम ही नहीं लेगी । कुछ ऐसी सास-दामाद पर चुटकुले की किताब बताओ जिससे पढ़कर वो तुरंत अपने घर लौट जाए !
एक भारतीय वैज्ञानिक ने मकडी की एक टाँग तोडकर कहा, ''चल । मकडी चल पड़ी। उसने मकडी की दूसरी टाँग तोडकर कहा, ''अब चल। मकडी फिर से चल पड़ी। अन्त में वैज्ञानिक ने मकडी की सभी टाँगें तोडकर कहा, ''चल। मकडी अपनी जगह से टस-से-मस नहीं हुई। वैज्ञानिक ने निष्कर्ष निकाला कि मकडी की सभी टाँगें तोड देने पर वह बहरी हो जाती है !
pankaj bedrdi
25-11-2010, 07:21 PM
बहुत मस्त मस्त चुटकुले है
pankaj bedrdi
25-11-2010, 07:23 PM
लगे रहो भाई और लगे रहो
एक व्यक्ति अपने दार्शनिक मित्र के साथ प्रकृति का आनंद लेने जंगल में गया। रात को
टेंट लगाकर दोनों सो गए। आधी रात को उस व्यक्ति ने दार्शनिक को जगाया और
बोला- मित्र, तुम्हें कुछ दिखाई दे रहा है?
दार्शनिक ने कहा- 'मुझे आकाश में सुंदर चाँद और लाखों तारे दिखाई दे रहे हैं, ठंडी बयार चल रही है...।
मित्र- 'और क्या देख रहे हो?
दार्शनिक- 'और देख रहा हूँ कि ईश्वर कितना दयालु है। उसने हमारे लिए कितनी सुंदर
प्रकृति बनाई है...।
मित्र- 'अरे यार, तुम्हें यह दिखाई नहीं देता कि हमारा टेंट चोरी हो गया है।
एक पत्रकार ने फिल्म निर्माता से पूछा- 'आपकी फिल्म कॉमेडी है या ट्रेजडी।
निर्माता ने जवाब दिया- 'अगर बॉक्स ऑफिस फुल गया तो कॉमेडी वरना ट्रेजडी।
एक दोस्त दूसरे से- 'यार, आजकल मैं साहित्य सेवा कर रहा हूँ।
दूसरा दोस्त- 'तो क्या आप साहित्य लिख रहे हैं?
पहला दोस्त- 'नहीं यार, आजकल मैं पुस्तकों पर जिल्द चढा रहा हूँ।
दो सहेलियाँ बस में सफर कर रही थीं। पहली ने कहा- 'टिकट नहीं लेते हैं।
दूसरी बोली- 'नहीं, इंसान को ईमानदार रहना चाहिए, ईश्वर उसका भला करता है। (भीड में कंडक्टर को उसने दो टिकट के 5 रुपए दिए, लेकिन कंडक्टर ने गलती से 1 रु. की जगह 6 रुपए वापस कर दिया।)
दूसरी- 'देखा, मैंने कहा था न कि ईमानदार का ईश्वर भी भला करता है।
एक आदमी हाथ में साइकल पकडे भाग रहा था।
दूसरे आदमी ने उससे कहा- 'अरे भाई साइकल पर क्यों नहीं बैठ जाते।
उस आदमी ने जवाब दिया- 'अभी फुर्सत नहीं है, मुझे जल्दी जाना है।
एक बार एक आदमी रेलगाड़ी से यात्रा कर रहा था, तभी टिकट चेकर आया और उसने टिकट माँगा। आदमी ने जवाब दिया- 'टिकट नहीं है।
टिकट चेकर ने पूछा- 'कहाँ जाना है?
यात्री- 'जहाँ श्रीराम का जन्म हुआ था।
टिकट चेकर- 'अब चलो मेरे साथ।
यात्री- 'कहाँ?
टिकट चेकर- 'वहीं, जहाँ श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था।
भिखारी- 'साहब दो रुपए दे दीजिए, चाय पी लूँगा।
चाय पीने के बाद भिखारी बोला- 'साहब भूख लगी है, एक समोसा भी खिला
दीजिए।
राहगीर- 'तुम्हें एक बार में ही माँग लेना चाहिए।
भिखारी- 'ठीक है साहब, तो 100 रुपए का एक नोट दे दीजिए।
अध्यापक (रोहन से)- 'आई डोन्ट नो का हिन्दी में अनुवाद करो।
रोहन- 'सर, मुझे नहीं पता।
अध्यापक- 'बहुत अच्छा, बैठ जाओ।
ऑपरेशन खत्म ही हुआ था कि सर्जन के मोबाइल की घंटी बजी। उसने इधर-उधर जेब
में हाथ डाला, मोबाइल नहीं मिला। अचानक सर्जन को कुछ याद आया और वह
बोला- 'सिस्टर, फिर से ऑपरेशन की तैयारी करो, मोबाइल तो अंदर ही छूट गया है।
सुरेश (महेश से)- 'यार तुझे आश्चर्य नहीं होता कि मुर्गी के अंडों से ये चूजे निकलते
कैसे हैं?
महेश- 'आश्चर्य तो होता है, लेकिन मैं सोचता हूँ कि चूजे अंडों में घुसते कैसे हैं?
भूगोल के शिक्षक ने कक्षा में एक छात्र से प्रश्न पूछा- 'सूरज रात में कहाँ चला जाता
है?
छात्र ने जवाब दिया- 'सर, सूरज रात में कहीं जाता तो नहीं है, बस ऍंधेरे के कारण
हम उसे देख नहीं पाते।
क्लास रूम में मास्टरजी अपनी आदत के अनुसार बच्चों को रामभरोसे छोड़कर टेबल
पर सो गए। मास्टरजी गहरी नींद में थे कि चपरासी ने जगाकर बताया- 'मास्टरजी,
स्कूल के निरीक्षण के लिए उच्चाधिकारियों की टीम आई है और वह अब आपकी
कक्षा की ओर ही आ रही है। मास्टरजी तनिक घबराए, लेकिन फिर कुछ सोचकर
निश्चिंतता से बोले- 'ठीक है, आने दो और फिर सो गए। जैसे ही निरीक्षण टीम
दरवाजे पर आई, मास्टरजी उबासी लेते हुए उठे और कहा- 'हाँ, तो बच्चों कुम्भकर्ण
कैसे सोता था।
निरीक्षण टीम यह देखकर खुश हो गई कि यहाँ तो बच्चों को हर चीज प्रैक्टिकल करके
बताई जाती है।
एक बार एक व्यक्ति चोट लगने पर गले पर हाथ रखे हुए घर पहुँचा तो उसकी पत्नी ने
पूछा- 'कैसे लगी।
व्यक्ति ने कहा- 'जिस नगरसेवा में बैठा था, वहाँ एक कील बाहर थी, उससे लगी।
पत्नी- 'तो किसी से सीट बदल लेते।
व्यक्ति ने कहा- 'किससे बदलता, पूरी नगरसेवा तो खाली थी।
रेलवे स्टेशन पर खड़े शर्माजी ने एकाएक अपनी पेंट की जेब में किसी का हाथ महसूस
किया। वे हाथ डालने वाले से बोले- 'यह क्या कर रहे हो।
वह बोला- 'जरा माचिस ले रहा था।
शर्माजी नाराज होकर बोले- 'मुझसे माँग नहीं सकते थे?
उसने जवाब दिया- 'मैं अजनबियों से बात नहीं करता।
जज (गवाह से)- 'तुम्हारा क्या खयाल है, यह आदमी कैसे मरा?
गवाह- 'हुजूर, यह बचपन से ही बहुत भुलक्कड किस्म का आदमी था। मेरा खयाल है
कि यह साँस लेना भूल गया होगा।
राम (श्याम से)- 'यार, तुमने जो पौधा मेरे घर के गमले में लगाया था वह अभी तक
बढा ही नहीं।
श्याम- 'तुम्हें कैसे पता चला?
राम- 'क्योंकि मैं उसे रोज उखाडकर देखता हूँ।
एक ज्योतिषी के घर में चोर घुसे तो ज्योतिषी की पत्नी ने कहा कि शोर मचाओ। इतने
में ज्योतिषी बोला- 'अभी मुहूर्त नहीं है, शोर कैसे मचाएँ।
छ: महीने बाद जब वह शुभ मुहूर्त आया तो ज्योतिषी ने शोर मचाया- 'चोर...
चोर...। मोहल्ले के लोग दौडे आए और उन्होंने पूछा कि चोर कहाँ है तो ज्योतिषी
का जवाब था- 'चोर तो छ: महीने पहले ही भाग गए थे। लोगों ने पूछा- 'तो अब
क्यों शोर मचा रहे हो? ज्योतिषी का जवाब था- 'मुहूर्त आज का ही था।
भिखारी- 'क्या बात है साहब, पहले आप सौ रुपए देते थे, बाद में पचास, फिर
पच्चीस और अब दस रुपए देते हैं।
दानी- 'पहले मैं कुँवारा था तब सौ, फिर मेरा विवाह हो गया तो पचास, एक बच्चा
हो गया तो पच्चीस और अब दो बच्चे हो गए इसलिए दस रुपए देने लगा।
भिखारी- 'वाह साहब, आपके पूरे परिवार का खर्चा तो मेरे रुपयों से ही चल रहा है।
नीरज ने अपने मित्र से कहा- 'अगर तुलसीदासजी आज जीवित होते तो एक अद्भुत व्यक्ति होते।
'हां, चार-पांच सौ वर्ष का व्यक्ति अद्भुत तो होता ही है। मित्र ने उत्तर दिया।
एक चौराहे पर टंगे बोर्ड पर लिखा था- अगर आप निरक्षर हैं तो साक्षर बनने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी के पास लिखे।
एक सरकारी विद्यालय में निरीक्षण के लिए आए इंस्पेक्टर ने एक अध्यापक से पूछा- 'यह मिट्टी का ढेर कहां से आया? बहुत बुरा लग रहा है।
माली ने बीच में कहा, 'हुजूर, कुछ पौधे लगाने के लिए एक गङ्ढा खोदा गया था। यह उसी की मिट्टी है।
'ऐसा करो। एक गङ्ढा खोदो और यह मिट्टी उसी गङ्ढे में डाल दो। इंस्पेक्टर ने कहा।
दो दोस्त रास्ते में खड़े-खड़े बातें कर रहे थे, तभी सामने से दो सुंदर युवतियां आती हुई दिखाई दीं।
एक ने कहा- 'गजब हो गया। मेरी पत्नी और प्रेमिका दोनों साथ-साथ आ रही हैं।
दूसरा बोल उठा- 'कितनी अजीब बात है, मैं भी यही कहने वाला था।
नैना - मम्मी, हमारी बिल्ली ने मेरी एक पुस्तक चबा ली।
मम्मी - जरा डंडा लाना, उस शैतान को अभी मैं मजा चखाती हैूहूं।
नैना - नहीं मम्मी, सजा तो मैं उसे दे चुकी।
मम्मी - वह कैसे?
नैना - उस के प्याले में रखा दूध मैं ने पी लिया।
एक बच्चे को उसके मां-बाप चिडियाघर लेकर गए।
वहां बच्चे ने पहले हाथी को नहाते हुए देखा। अगले पिंजरे में शेर दहाडता हुआ दिखाई दिया। उसके बाद आगे बंदर दर्शकों का मनोरंजन कर रहे थे।
इससे आगे चले तो बच्चे ने जिंदगी में पहली बार ऊंट देखा।
ऊंट को देखते ही बच्चा बोला - 'क्या हाल कर दिया कमीनों ने घोडे का।
एक अधेड अभिनेत्री ने ठंडी सांस लेते हुए अपनी सहेली से कहा-
जब मुझे अपनी जवानी के दिन याद आते हैं तो मुझे अपने आप से नफरत होने लगती
है।
सहेली- क्यों ऐसा क्या हुआ था उन दिनों?
अभिनेत्री ने उदास होकर जवाब दिया- इसी बात का ही तो रोना है कि कुछ हुआ ही
नहीं।
एक डॉक्टरके बेडरुम की खिड़की के सामने एक आदमी रोज आकर बैठ जाता था।
उसकी इस हरकत से तंग आकर डॉक्टर की नई-नवेली दुल्हन ने अपने पति से उस
आदमी की शिकायत की। डॉक्टर को अपनी पत्नी की बात सुनकर बहुत गुस्सा आया।
अगले दिन उसने आदमी को बुलाकर फटकार लगाते हुए कहा- तुमको शर्म नहीं
आती, इस तरह यहां आकर रोज बैठ जाते हो। अगर कल आए तो थाने में रिपोर्ट कर
दूंगा। इसपर आदमी ने बडे ही भोलेपन से जवाब दिया- क्यों नाराज होते हो डॉक्टर
साब, आप ही ने तो इस खिड़की पर जो बोर्ड लगा रखा है, उस पर लिखा है 'मिलने
का समय सुबह 9.00 से 12.00 बजे तक और शाम 4.00 से 6.00 बजे तक।
संता और बंता कहीं पर जा रहे थे. सामने से दो लड़कियां आ रही थीं.
संता " क्या माल है ? "
बंता " हाँ यार माल तो मस्त है "
संता " यार माल से याद आया, भाभी कैसी है ?"
सुहागरात के अगले दिन पति बोला " क्या ये तुम्हारी पहली रात थी ?"
पत्नी बोली " हाँ रात में तो पहली ही बार था "
संता बंता से "अगर गांधी जी के समय में एड्स की बीमारी होती तो क्या होता ?"
बंता " होना क्या था एक बन्दर और होता जिसका हाथ नीचे लगा होता और उस पर लिखा होता 'बुरा मत करो' "
अमेरिकी, ब्रिटिश और भारतीय रक्षा मंत्री एक मीटिंग में थे और विषय था अफगानिस्तान से तालिबान का सफाया.
ब्रिटिश रक्षा मंत्री " हमें भारत की मदद लेनी होगी उनके बिना हम ये काम नहीं कर सकते "
अमेरिकी रक्षा मंत्री " मदद तो हमें पाकिस्तान की भी लेनी होगी. उनके बिना भी ये काम आसान नहीं है "
भारतीय रक्षा मंत्री " पाकिस्तान के बिना हम तालिबान का सफाया कैसे नहीं कर सकते ? पाकिस्तान क्या करेगा ? "
अमेरिकी रक्षा मंत्री " पाकिस्तानी सेना के बिना तालिबान को सरेंडर करने की ट्रेनिंग कौन देगा ? "
चंगू-मंगू प्लेटफॉर्म पर बैठे मूँगफलियाँ खा रहे थे। तभी उन्होंने देखा ट्रेन रुकी। सामने के डिब्बे से एक युवती उतरी और उसने
प्लेटफॉर्म पर खड़ी दूसरी लड़की को जोर से भींचते हुए गले लगा लिया।
चंगू ने कहा- बस, इसीलिए हमारा देश पाताल में जा रहा है।
मंगू ने पूछा- 'क्यों भला?
चंगू ने बताया- 'देखा नहीं? अब महिलाओं ने पुरुषों वाले ये खास काम भी करने शुरू कर दिए।
ट्रेन में कुछ वृध्दाएँ चर्चा कर रही थीं। अचानक उम्र पर आकर बात ठहरी। एक-दूसरे से
उम्र पूछी जाने लगी। साठ वर्षीय मोहतरमा बोलीं- मैं तो अभी चालीस की हूँ।
पैंसठ साल वाली ने कहा- मैं तो अभी चौंतीस की हूँ।
सत्तर साल वाली ने फरमाया- मैं तो सत्ताईस की हूँ।
अचानक ऊपर बर्थ पर लेटा इनकी चर्चा सुन रहा एक नौजवान धम्म से इनके बीच कूद
पड़ा। सब चौंक कर बोलीं- अरे, तुम कहाँ से आए?
नौजवान ने शरारत से कहा- मैं? बस, अभी-अभी पैदा हुआ हूँ।
एक सेक्रेटरी ने दफ्तर आने से पहले बॉस को फोन लगाया- 'हलो बॉस! परसों मैं गाजर के हलुए के स्वाद वाली लिपस्टिक लगाकर आई थी, कल मैं आलू के पराँठे के स्वाद वाली लिपस्टिक लगाकर आई थी। कृपया आदेश दें, आज मैं कौन से स्वाद वाली
लिपस्टिक लगाकर आऊँ?
बॉस ने अगरबत्तियों से खेलते हुए कहा- 'आज मेरा ग्यारस का उपवास है हनी! तुम्हारे
पास कोई फलाहारी लिपस्टिक है क्या?
बच्चूसिंह शराब के घनघोर नशे में एक पैर फुटपाथ पर और एक पैर सड़क पर रखते चले जा रहे थे। पीछे से थानेदार ननकू ने आकर मोटा डंडा रसीद किया और पूछा- 'क्यों रे खटखोपड़ी! कितनी पी रखी है तूने?
बच्चूसिंह संभलते हुए बोला - याद दिलाने का शुक्रिया माई बाप कि पी रखी है मैंने। वर्ना अपुन तो समझा था कि
लंगडा हो गया रे!
मुंबई ने एक सिनेमाघर में एक युवती ने मैनेजर की कनपटी पर पिस्तौल अडा दी और कहा- 'मेरा पति अंदर बैठा
दूसरी औरत के साथ पिक्चर देख रहा है। उन दोनों को तुम जल्दी से बाहर निकालो, वरना तुम्हें गोली मार दूँगी।
मैनेजर ने डर से काँपते हुए थिएटर में अनाउंसमेंट करवाया- 'जो भी पुरुष पराई स्त्री के साथ पिक्चर देख रहा हो,
जल्दी से बाहर आ जाए। अनाउंसमेंट का होना था कि दो मिनट में सारा थिएटर ही खाली हो गया।
एक थुलथुल पत्नी ने अपने ढुलमुल पति से चेतावनी के स्वर में कहा- 'इस बाथरूम में अब परदे लग ही जाने चाहिए। मैं ठीक से नहा भी नहीं सकती, कि कहीं मुझे पड़ोसी न देख लें।
पति ने टालमटोल करते हुए जवाब दिया- 'चिंता मत करो डॉर्लिंग! अगर उन्होंने तुम्हें नहाते हुए देख लिया, तो खुद ही अपनी खिडकियों पर परदे लगवा लेंगे।
मिस रंभा ने अपने फिजियोथेरेपिस्ट को फोन लगाया -'डॉक्टर सुबह जब मैं चेकअप कराने आई थी, शायद मेरा अंतर्वस्त्र वहीं रह गया।
डॉक्टर ने कहा नहीं यहाँ तो नहीं है।
मिस रंभा ने कहा- 'ओह, तो फिर हो सकता है, वह मेरे डेंटिस्ट के यहाँ रह गया हो।
गट्टू- जब हमारे घुमंतू प्रोफेसर की बेटी सोलह साल की हो गई, तो पता है उन्होंने सबसे पहला काम क्या किया?
पट्टू- नहीं तो! क्या किया?
गट्टू- उन्होंने सबसे पहले उसे चौदह भाषाओं में 'नहीं कहना सिखाया।
एक लेखक महोदय किसी सभा में भाषण दे रहे थे- 'अजीब संयोग है कि जिस दिन मुंशी प्रेमचंद का निधन हुआ उसी दिन मेरा जन्म हुआ! देखा जाए तो वह दिन हिन्दी साहित्य के लिए...
'बडे दुर्भाग्य का दिन था, एक श्रोता ने लेखक महोदय का अधूरा वाक्य पूरा किया।
शराबी (दूसरे शराबी से)- 'तेरे चेहरे पर ये सूजन क्यों है?
दूसरा शराबी- 'क्या बताऊँ यार, कल रात को जब मैं पीकर घर पहुँचा तो घर के सारे दरवाजे खुले हुए थे। मुझे अंदर चोरों के होने की आशंका हुई तो मैंने घर में घुसकर चोरों को ललकारकर कहा- हिम्मत हो तो सामने आकर मुकाबला करो। दूसरे ही क्षण एक जोरदार घूँसा मेरे मुँह पर लगा और मैं दरवाजे के बाहर जाकर गिरा।
पहला शराबी- 'फिर क्या हुआ?
दूसरा शराबी- 'गिरते ही नशा दूर हो गया और पता चला कि मैं एक मुक्केबाज के घर के सामने गिरा पड़ा हूँ।
एक व्यक्ति के यहाँ डकैतों ने धावा बोल दिया। जब वे सारा सामान लूटकर ट्रक में
लादने लगे तो उस व्यक्ति ने एक संदूक की ओर इशारा करते हुए कहा- 'भैया इसे भी
अपने साथ ले जाओ।
एक डकैत ने मजाक करते हुए कहा- 'क्या इसमें तेरी बीवी बैठी है?
व्यक्ति ने कहा- 'नहीं, वो तो गोदरेज की आलमारी में गई, इसमें मेरी सास छुपकर
बैठी है।
एक समाजसेवक ने एक सेठजी से कहा- 'सेठजी, आप हमारे अनाथालय के लिए क्या
सेवा कर सकते हैं?
सेठजी ने जवाब दिया- 'सेवा! ठीक है, मैं कल अपने चारों बच्चों को आपके पास
भेज दूँगा।
वाह! क्या नाम है...
तीन खतरनाक कुत्तों के साथ घूम रहे एक सज्जन से राह चलते व्यक्ति ने पूछा-
'साबजी, इन कुत्तों के नाम क्या हैं?
सज्जन- 'राजू, मोनू और गोलू।
राहगीर- 'और आपका नाम?
सज्जन- 'अपुन का नाम टॉमी है।
बीमा एजेंट ने एक कंजूस व्यक्ति को दुर्घटना बीमा पॉलिसी के बारे में जानकारी दी तो
वह विचारों में खो गया। एजेंट ने कहा- 'आप दुविधा में दिख रहे हैं, आप तो उस धन
के बारे में सोचो जो आपके न रहते पत्नी को मिलेगा।
व्यक्ति बोला- 'मैं इसी बात को लेकर चिंतित हूँ कि इतना धन मिलेगा और पत्नी
फिजूलखर्ची करेगी तो उसे रोकना कैसे संभव होगा।
सर्कस का रात्रि शो समाप्त हो चुका था। काफी देर बाद भी जब रिंग मास्टर अपने तंबू
में नहीं पहुँचा तो उसकी पत्नी को चिंता हुई। वह उसे खोजने निकली तो देखा कि रिंग
मास्टर शेर वाले कटघरे में खर्राटे ले रहा है। यह देखते ही पत्नी चिल्लाई- 'अच्छा!
मुझसे डरकर यहाँघुसे पड़े हो। कायर कहीं के, बाहर तो आओ।
एक व्यक्ति सातवीं मंजिल का फ्लैट ढूँढने निकला। प्रॉपर्टी डीलर ने उससे पूछा-
'आपके पास अच्छा-खासा ग्राउंड फ्लोर का फ्लैट है, फिर आप सातवीं मंजिल पर
क्यों जाना चाहते हैं?
पति ने खुलासा किया- 'दरअसल, मेरी पत्नी को जब भी गुस्सा आता है तो वह फौरन
खिड़की से कूदकर मायके चली जाती है।
यूनिवसटी में समाजशास्त्र विभाग के कुछ छात्र ग्रुप डिस्कशन कर रहे थे। एक ने
कहा- 'आज के आधुनिक युग में आप कल्पना भी नहीं कर सकते कि हम वानर
जाति के वंशज हैं।
दूसरे छात्र ने चुटकी लेते हुए कहा- 'जब साक्षात दर्शन हो रहे हैं तो इसमें कल्पना
करने की क्या जरूरत है।
SHASHI
26-11-2010, 01:49 PM
यूनिवसटी में समाजशास्त्र विभाग के कुछ छात्र ग्रुप डिस्कशन कर रहे थे। एक ने
कहा- 'आज के आधुनिक युग में आप कल्पना भी नहीं कर सकते कि हम वानर
जाति के वंशज हैं।
दूसरे छात्र ने चुटकी लेते हुए कहा- 'जब साक्षात दर्शन हो रहे हैं तो इसमें कल्पना
करने की क्या जरूरत है।
बहुत बढ़िया है दोस्त, चुटकुले पढ़ने के बाद मुह पर मुस्कान आ जाती है.
malethia
26-11-2010, 02:31 PM
एक नेता जी फिल्मों के खिलाफ धुआंधार भाषण दे थे : ' आज की फिल्मों में गंदगी के सिवा है ही क्या ? ज्यादातर फिल्में सेक्स और मारधाड़ से भरी होती हैं। कहानी में कोई सिर - पैर नहीं होता। भौंडे डायलॉग और अश्लील नाच - गाने जबर्दस्ती ठूंसे जाते हैं। कभी - कभी तो किसी सीन का पूरी कहानी से दूर का भी वास्ता नहीं होता। जैसे एक औरत अपने पति का खून कर देती है। फिर चार आदमियों से एक साथ इश्क लड़ाती है। शराब के नशे में नाचती - गाती है। खुली कार में जाती है तो कम कपड़ों में। ऊपर से बारिश आ जाती है। उसके शरीर का एक - एक अंग दिखाई देने लगता है। रात को कार एक होटल से जा टकराती है। होटल को आग लग जाती है। होटल में ठहरे लोग बाहर की तरफ भागते हैं। किसी ने कपड़े पहने है , किसी ने नहीं। लोग डर कर आपस में लिपट रहे हैं। छि : छि : मुझे तो आगे कहते हुए शर्म आती है। समझ में नहीं आता कि हमारा सेंसर बोर्ड आखिर करता क्या है ?'
' यह तो बाद की बात है ,' भीड़ में से एक आवाज आई , ' पहले यह बताइए कि यह फिल्म लगी कहां है ?'
kuram
26-11-2010, 03:08 PM
When a man steals your wife, there is no better revenge than to let him keep her.
Lee Majors
After marriage, husband and wife become two sides of a coin; they just can't face each other, but still they stay together..
Al Gore
By all means marry. If you get a good wife, you'll be happy. If you get a bad one, you'll become a philosopher.
Socrates
Woman inspires us to great things, and prevents us from achieving them.
Mike Tyson
The great question... which I have not been able to answer... is, "What does a woman want?
George Clooney
I had some words with my wife, and she had some paragraphs with me.
Bill Clinton
"Some people ask the secret of our long marriage. We take time to go to a restaurant two times a week. A little candlelight, dinner, soft music and dancing. She goes Tuesdays, I go Fridays."
George W. Bush
"I don't worry about terrorism. I was married for two years."
Rudy Giuliani
"There's a way of transferring funds that is even faster than electronic banking.. It's called marriage."
Michael Jordan
"I've had bad luck with all my wives. The first one left me and the second one didn’t.” The third gave me more children!
Donald Trump
Two secrets to keep your marriage brimming
1. Whenever you're wrong, admit it,
2. Whenever you're right, shut up.
Shaquille O’Neal
The most effective way to remember your wife's birthday is to forget it once...
Kobe Bryant
You know what I did before I married? Anything I wanted to.
David Hasselhoff
My wife and I were happy for twenty years. Then we met.
Alec Baldwin
A good wife always forgives her husband when she's wrong.
Barack Obama
Marriage is the only war where one sleeps with the enemy.
Tommy Lee
A man inserted an 'ad' in the classifieds: "Wife wanted". Next day he received a hundred letters. They all said the same thing: "You can have mine."
Brad Pitt
First Guy (proudly): "My wife's an angel!"
Second Guy: "You're lucky, mine's still alive."
Jimmy Kimmel
“Honey, what happened to ‘ladies first’?” Husband replies, “That’s the reason why the world’s a mess today, because a lady went first!”
David Letterman
“First there’s the promise ring, then the engagement ring, then the wedding ring....soon after....comes Suffer...ing!
Jay Leno
coolguru66
27-11-2010, 11:22 AM
yaar hamari avf forum ko kya hua?? ab to mann nahi lagta aap logo k bina. sabse na mil pana dil ko bada dukh deta h.
SHASHI
27-11-2010, 11:27 AM
एक बार एक तोता एक चलती कार से टकरा गया, उसका चालक पशु पक्षी प्रेमी था, उसने गाड़ी रोक कर उस बेहोस तोते को उठाकर घर ले आया और मरहम पट्टी कर कर उसे एक पिंजरे में बंद कर दिया, कुछ समय बाद उस तोते को होश आया तो अपने आप को पिंजरे बंद पाया तो चिल्लाया " जेल की सजा, लगता है गाड़ी का चालक मेरी टक्कर से मर गया."
arvind
27-11-2010, 11:33 AM
yaar hamari avf forum ko kya hua?? Ab to mann nahi lagta aap logo k bina. Sabse na mil pana dil ko bada dukh deta h.
श्रीमान कुलगुरु जी,
पहली बात तो आपकी यह प्रविष्टि सूत्र के अनुसार गलत है। दूसरी बात की यह एक स्वतंत्र हिन्दी फोरम है, जहां आप अपने सृजनशीलता का परिचय दे सकते है।
SHASHI
27-11-2010, 11:38 AM
yaar hamari avf forum ko kya hua?? Ab to mann nahi lagta aap logo k bina. Sabse na mil pana dil ko bada dukh deta h.
हम सबका भी यही हाल है दोस्त, धीरे धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय माली सींचे सौ घड़ा र्रितु आये फल होय.
YUVRAJ
27-11-2010, 11:58 AM
एक महीला ने भिखारी को बुलाकर कमीज देते हुए कहा- यह कमीज मेरे मृतक पती की है। इसे ले जाओ, तुम्हारे काम आएगी।
वह कमीज कई जगह से फटी हुई थी। भीखारी ने उसे उलट-पलटकर ध्यान से देखा। फिर बोला- बीबी जी, आपके पती ठीक समय पर ही इस दुनिया से चले गए।
YUVRAJ
27-11-2010, 12:11 PM
गुड वन :clap::clap::clap::clap::clap::bravo:
When a man steals your wife, there is no better revenge than to let him keep her.
Lee Majors
After marriage, husband and wife become two sides of a coin; they just can't face each other, but still they stay together..
Al Gore
By all means marry. If you get a good wife, you'll be happy. If you get a bad one, you'll become a philosopher.
Socrates
Woman inspires us to great things, and prevents us from achieving them.
Mike Tyson
The great question... which I have not been able to answer... is, "What does a woman want?
George Clooney
I had some words with my wife, and she had some paragraphs with me.
Bill Clinton
"Some people ask the secret of our long marriage. We take time to go to a restaurant two times a week. A little candlelight, dinner, soft music and dancing. She goes Tuesdays, I go Fridays."
George W. Bush
"I don't worry about terrorism. I was married for two years."
Rudy Giuliani
"There's a way of transferring funds that is even faster than electronic banking.. It's called marriage."
Michael Jordan
"I've had bad luck with all my wives. The first one left me and the second one didn’t.” The third gave me more children!
Donald Trump
Two secrets to keep your marriage brimming
1. Whenever you're wrong, admit it,
2. Whenever you're right, shut up.
Shaquille O’Neal
The most effective way to remember your wife's birthday is to forget it once...
Kobe Bryant
You know what I did before I married? Anything I wanted to.
David Hasselhoff
My wife and I were happy for twenty years. Then we met.
Alec Baldwin
A good wife always forgives her husband when she's wrong.
Barack Obama
Marriage is the only war where one sleeps with the enemy.
Tommy Lee
A man inserted an 'ad' in the classifieds: "Wife wanted". Next day he received a hundred letters. They all said the same thing: "You can have mine."
Brad Pitt
First Guy (proudly): "My wife's an angel!"
Second Guy: "You're lucky, mine's still alive."
Jimmy Kimmel
“Honey, what happened to ‘ladies first’?” Husband replies, “That’s the reason why the world’s a mess today, because a lady went first!”
David Letterman
“First there’s the promise ring, then the engagement ring, then the wedding ring....soon after....comes Suffer...ing!
Jay Leno
एक युवक की पन्द्रह लाख रुपये की लाटरी निकली . लाटरी की रकम में से उसने एक सौ का नोट अपने माँ बाप को दे दिया .
कुछ दिन बाद उसने पूछा -"सौ के नोट का क्या किया आप लोगों ने ?"
"हमने शादी कर ली ,बेटा " - माँ बाप एक साथ बोले .
एक दिन ,सजे धजे ,संत और बंता किसी पार्टी में जा रहे थे.
तभी संता ने सर उठा कर आसमान की तरफ देखा तो एन उसी वक्त एक उडते हुए पक्षी
ने बीट कर दी जो सीधे उसके मुह में आकर पड़ी .
"अच्छा हुआ की मेरा मुहं खुला था ." वो चैन की सांस लेता हुआ बोला -
"वर्ना नया सूट खराब हो जाना था ."
अनमोल वचन -
*" दो बुराइयों में से एक को चुनना हो तो उसे चुनिए जिसे आप पहले नहीं आजमा चुके ."
*"तनख्वाह कम है या ज्यादा , यह इस बात पर निर्भर करता है की आप तनख्वाह लेने वालें हैं या देने वाले ."
*"समस्यांए यार दोस्तों को आपस में बाँट लेनी चाहिए ,क्योंकि दूसरे की समस्या का हल हर कोई जानता है ."
jalwa
27-11-2010, 09:22 PM
बेटा: (पापा से) पापा , हमने अपनी नई कार का नाम मम्मी के नाम पर क्यों रखा है ?
पापा: क्योंकि कार भी मेरे कंट्रोल से बाहर है।
jalwa
27-11-2010, 09:24 PM
कामेश अपने दोस्त खालिद से: यार , कल मुझे किसी ने फोन पर धमकी दी कि अगर मैंने उसकी बीवी से मिलना बंद नहीं किया , तो वह मुझे जान से मार देगा। मैं तो बहुत मुश्किल में फंस गया हूं।
खालिद : तो तुम उसकी बीवी से मिलना क्यों नहीं छोड़ देते ?
कामेश: छोड़ तो दूं , पर यह तो पता चले कि किस की बीवी से मिलना छोड़ना है।
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